Bihar News Live Desk: गुरु पूर्णिमा पर निबंध, भाषण, चित्रांकन तथा संगीत प्रतियोगिता आयोजित _______________________________________________डॉ० संजय (हाजीपुर) – गुरु बिना ज्ञान संभव नहीं है। गुरु की तुलना ईश्वर से की गई है। अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले गुरु ही होते हैं। गुरु की महिमा सदियों से रही है और रहेगी। पौराणिक कथाओं के साथ-साथ हर युग में गुरु की महत्ता रही है। गुरु- शिष्य परंपरा की कड़ी में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर वैशाली जिलान्तर्गत बीपीएस काॅलेज देसरी में रविवार को भव्य कार्यक्रम के तहत निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, चित्रांकन प्रतियोगिता, संगीत प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया और उन्हें महाविद्यालय की ओर से पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी प्राचार्य, डॉ० राजीव कुमार तथा बज्जिका लोक गायक , गजाधर अंजाना के कर-कमलों से दीप प्रज्ज्वलित करके हुआ। इसके बाद विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे बज्जिका लोक गीत गायक को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य ने सभागार में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं, सहायक प्राध्यापकगण तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों सहित सभी कर्मीगण को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु हमारे जीवन के पथ- प्रदर्शक होते हैं। उन्होंने शिष्य आरुणी की कथा का स्मरण कराया। इसके बाद भाषण प्रतियोगिता में विशेष रूप से छात्राओं ने भाग लिया और गुरु- शिष्य परंपरा पर अपनी -अपनी भावोद्गार व्यक्त की। निबंध प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने शब्दों के माध्यम से बतलाया कि गुरु- शिष्य परंपरा में गुरु और शिष्य की विशेषता और महत्ता किस प्रकार से होती है। चित्रांकन प्रतियोगिता में भी गुरु- शिष्य परंपरा पर आधारित चित्र छात्रा के द्वारा खींची गई। संगीत प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने अपने स्वर से गायन प्रतिभा का परिचय दिया। इस अवसर पर मुख्य वक्ताओं में डाॅ अभयनाथ सिंह,प्रो सुधीर कुमार, डॉ० नीलम कुमारी, डॉ० अमृता मजुमदार ने समवेत स्वर में गुरु की महिमा और उनकी विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु से यदि कुछ प्राप्त करना चाहते हैं तो शरणापन्न भाव और व्यवहार दर्शाने की जरूरत है। गुरु ईश्वर तुल्य माने गये हैं । इसलिए इनका यथोचित सम्मान होना ही चाहिए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डाॅ० संजय कुमार ने बताया कि गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं तथा सद्ज्ञान देते हैं ताकि हमेशा प्रगति पथ पर अग्रसर रह सकें।इसके बाद प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रभारी प्राचार्य डॉ० राजीव तथा सहायक प्राध्यापकों के द्वारा पुरस्कृत किया गया। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रही काजल कुमारी, द्वितीय कंचन कुमारी और तृतीय स्थान पर रही साक्षी कुमारी जिन्हें शिल्ड और मेडल देकर पुरस्कृत किया गया। अन्य प्रतिभागियों में दीपक पासवान, निशा कुमारी, अविनाश कुमार, अर्पिता कुमारी, आर्य ण सिंह विनय, चन्द्र कुमार, मोनिका कुमारी, यशोदा कुमारी तथा मुस्कान कुमारी को सांत्वना पुरस्कार स्वरूप कलम दी गई। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रही मनीला पटेल, द्वितीय स्थान पर यशोदा कुमारी तथा तृतीय स्थान पर रही मेनका कुमारी जिन्हें शिल्ड और मेडल देकर पुरस्कृत किया गया। अन्य प्रतिभागियों में निशा कुमारी, काजल कुमारी, सोनाली कुमारी, प्रीति कुमारी, अर्पिता कुमारी, अंशु शर्मा, नूतन कुमारी तथा प्रतिमा कुमारी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। चित्रांकन प्रतियोगिता में प्रतिभा कुमारी को पुरस्कृत किया गया और इस क्रम में संगीत प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रागिनी कुमारी, द्वितीय स्थान पर उत्पल पंडित तथा तृतीय स्थान पर कंचन कुमारी रही जिन्हें शिल्ड और मेडल देकर पुरस्कृत किया गया। हर्षित वर्मा तथा अमित रंजन तथा संगीत विभाग के प्रो अमरेश श्रीवास्तव को अंगवस्त्र दिया गया। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में बज्जिका लोकगायक की प्रस्तुति पर खूब वाहवाही तथा तालियाँ बजी। अन्त में धन्यवाद ज्ञापन डॉ० बबिता कुमारी ने किया। इस अवसर पर सहायक प्राध्यापकों में डॉ० सुभाष चन्द्र पटेल, डॉ० विजय शंकर प्रसाद,डॉ० पूनम कुमारी, प्रो रणविजय, प्रो विनय कुमार विपिन, डॉ० नीता, डॉ० शोभा मिश्रा तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों में अमरनाथ प्रसाद, राजेन्द्र ठाकुर,राम प्रवेश सिंह, रघुनाथ पासवान, संजीव कुमार सिंह, अशोक कुमार रत्न, राजाराम सहित सुशील कुमार गुप्ता, रवीन्द्र राय, ललन प्रसाद ,सुरेन्द्र कुमार, सियाराम सिंह, चंदेश्वर ठाकुर, विनोद कुमार कर्मीगण की उपस्थिति रही।
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