- सुरक्षा के लिए घाटों पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था
- राजेन्द्र सरोवर के घाटों का भी लिया जायजा
- जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, SDO और नगर आयुक्त छपरा के साथ सांसद ने की बैठक
- आस्था के साथ उत्सवी माहौल में अमनौर पोखरा पर भी छठ पूजा का आयोजन
- मनमोहक सजावट के साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है छठ घाट पर
- 72 घंटे के महापर्व की शुरूआत 05 नवंबर से
- प्रशासन की देखरेख में संपन्न होगी छठ पुजा, बाढ़ प्रभावित घाटों पर सुरक्षा की विशेष व्यवस्था
- गहराई वाले घाटों पर गोताखोर की व्यवस्था की जायेगी
छपरा: चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की शुरूआत 05 नवम्बर, मंगलवार से हो रही है। इसके लिए घाटों पर व्रतियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए तैयारियां चल रही है। इसी संदर्भ में सारण लोकसभा क्षेत्र के सांसद और जल संसाधन संसदीय समिति के अध्यक्ष श्री राजीव प्रताप रुडी ने छपरा के राजेन्द्र सरोवर और अमनौर स्थित अमृत सरोवर (प्राचीन पोखरा) के छठ घाटों का निरीक्षण किया। निरीक्षण उपरान्त सांसद ने जिलाधिकारी श्री अमन समीर, पुलिस अधीक्षक श्री कुमार आशीष, एसडीओ छपरा श्री लक्ष्मण तिवारी और नगर आयुक्त छपरा के साथ बैठक की। बैठक में प्रशासक, नगर निगम छपरा के साथ अन्य वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस दौरान सांसद ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को घाटों पर व्रतियों को कोई असुविधा नहीं हो, बल्कि उनकी सुविधा हेतु पूरी निष्ठा एवं सेवा भावना से कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। मौके पर उपस्थित अमनौर विधायक श्री मंटू सिंह, छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता, भाजपा के जिलाध्यक्ष श्री रंजीत कुमार सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष श्री रामदयाल शर्मा, श्री अशोक सिंह पूर्व प्रत्याशी श्री धर्मेन्द सिंह, श्री सत्येन्द्र कुमार, भाजपा नेता श्री राकेश कुमार सिंह, श्री निरंजन शर्मा, श्री विवेक जी, श्री चंदन सोनी व अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सांसद ने घाटों पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना, प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था, गोताखोर, बैरिकेडिंग करने, शौचालय, पेयजल, आदि कार्यों की तैयारियों का जायजा लिया।
बैठक में श्री रुडी ने कहा कि सारण जिला से होकर तीन बड़ी नदियां, गंगा, गंडक और घाघरा (सरयू) गुजरती है। इन नदियों के घाटों पर छठ पूजा के दौरान अत्यधिक भीड़ होता है। श्रद्धालु नदी के किनारे जाते है। नदियों के कटाव और पानी की अधिकता के कारण सदा अनहोनी की आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि इस बार बाढ़ की समस्या भी उत्पन्न हुई थी, इसके कारण नदियों के किनारे दूर तक दलदल की स्थिति भी बन गई है। इसे देखते हुए सांसद ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि बैरिकेडिंग करते हुए घाट तक श्रद्धालुओं के पहुंचने की व्यवस्था की जाय। सांसद ने श्रद्धालुओं से ऐसे घाटों पर अधिक पानी या गहराई में जाने से बचने का आग्रह किया।
सांसद ने बैठक में कहा कि जो लोग नदियों पर बने छठ घाटों पर नहीं जाते वे अपने-अपने गांवों में बने तालाबों पर पूजा करने के लिए जाते है। इन तालाबों में भी कई स्थानों पर गहराई बहुत है जिसका अनुमान नहीं मिलता है। श्री रुडी ने प्रशासनिक अधिकारियों से ऐसे स्थानों को चिन्हित कर बैरीकेडिंग का निर्देश दिया ताकि कोई गहराई वाले स्थान पर न जाये। पूजा के दौरान सारण को चौबीस घंटे बिजली बनाये रखने के लिए श्री रुडी ने उचित निर्देश दिया साथ ही घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के पश्चात श्रद्धालुओं की सुरक्षा का उचित प्रबंधन करने को भी कहा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को विशेष चौकसी बरतने तथा छठ घाटों पर व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।