✍️डॉक्टर गणेश दत्त पाठक
सिवान:दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी रंजीत कुमार की दास्तां दर्दनाक है, व्यथित करती है, विचलित करती हैं लेकिन जब बात उनके हौंसले की होती है तो बिहार के इस लाडले पर गर्व होता है। सिवान में 24 और 25 फरवरी को लाल बाबू सिंह मेमोरियल नेशनल दिव्यांग क्रिकेट चैंपियनशिप में प्रबंधन को मजबूत आधार देने आए रंजीत की कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हो सकती है। गौरतलब है कि इस स्पर्धा का आयोजन डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया यानी डीसीसीआइ (बीसीसीआई सपोर्टेड बॉडी) से मान्यता प्राप्त संस्था डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार द्वारा किया गया था।
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