अररिया: विद्यालय परिसर में दो वर्ष पूर्व लगा ओपन जिम महीनों से खराब,लोग परेशान,नहीं हो रहा सुधार,कैसे बनेगी सेहत

Rakesh Gupta

 

बिहार न्यूज़ लाईव अररिया डेस्क:  प्रतिनिधि,भरगामा.

भरगामा. प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के विद्यालय परिसर,पंचायत भवन परिसर व खेल मैदानों में लाखों रुपये की लागत से लगाए गए ओपन जिम उपकरण कबाड़ में तब्दील हो कर रह गया है. बता दें कि करीब 2 साल पहले प्राथमिक विद्यालय गुरूड़ाहा सिमरबनी वार्ड संख्या 01,प्राथमिक कन्या विद्यालय सिमरबनी वार्ड संख्या 05 में लगाए गए ओपन जिम बदहाल स्थिति में बताया जाता है. ग्रामीणों की शिकायत पर उक्त स्कूलों का जायजा लिया गया तो ज्यादातर ओपन जिम के उपकरण के पार्ट-पुर्जे खुले और टूटे हुए दिखे. इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जिस समय जिम का उपकरण लगाया गया उसके कुछ दिन बाद हीं जिम टूट गया. उसकी मरम्मत नहीं कराई गई. ना इसे कोई देखने के लिए आजतक आया है. कहा कि विद्यालयों में शाम होते हीं असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है. ग्रामीणों का आरोप है कि जिस समय यह ओपन जिम लगाया गया,अगर उस समय इसकी गुणवत्ता की सही से जांच होती तो आज इसका फायदा बच्चे और ग्रामीणों को मिलता. लोगों ने कहा कि ओपन जिम लगाने वाले एजेंसी के साथ-साथ संबंधित विभाग के अधिकारी मालामाल हो गए. प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के कारण अब लोगों को इस जिम का फायदा नहीं मिल पा रहा है.

 

गौरतलब है कि वर्ष 2022 नवंबर से पहले एजेंसी के माध्यम से खुले बाजार में ओपन जिम के उपकरण की खरीदारी की जाती थी. इसके बाद विभाग उसमें पाबंदी लगाते हुए 2022 के नवंबर माह में जैम पोर्टल के माध्यम से खरीदारी का निर्देश दिया. लेकिन पत्र जारी होते हीं आनन फानन में कई पंचायतों के मुखियाओं द्वारा खुले बाजार से बैक डेट में इसकी खरीदारी कर ली गई. जिसके कारण 15वीं वित्त योजना से लगाया गया घटिया जिम उपकरण कुछ हीं महीने में कबाड़ बन गया. बगैर टेंडर के प्रखंड मुख्यालय स्थित कथित सप्लायर ने विभाग की सांठगांठ से घटिया उपकरण लगाए. ग्रामीणों का कहना है कि ओपन जिम लगाने को लेकर जांच होने पर बड़ा घोटाला सामने आ सकता है. मालूम हो कि खराब क्वालिटी के ओपन जिम प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों एवं पंचायत भवन परिसर में बदहाल हो चुका है. यहां की ज्यादातर उपकरण टूट गई है या नहीं तो उनके पार्ट-पुर्जे खुल गए हैं.

 

बताया जाता है कि एक ओपन जिम के उपकरण की खरीददारी पर 4 से 5 लाख तक की धनराशि खर्च हुई है. ग्रामीणों का सीधा आरोप है कि ओपन जिम की स्थापना में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है. इस मामले को लेकर कई बार संबंधित अधिकारी और जनप्रतिनिधि से शिकायत कर चुके हैं. लेकिन वहां से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है. इस मामले में बीडीओ शशि भूषण सुमन ने कहा कि टूटे जिम उपकरण की जांच कराई जाएगी. उपकरण में यदि कोई खराबी मिलती है तो,जांचोंपरांत एजेंसी को नोटिस किया जाएगा. अमल नहीं करने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

 

 

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