मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, जागरूकता फैलाने और उसके महत्व को समझाना ही इसका मुख्य उद्देश्य: सिविल सर्जन
स्वस्थ और खुशहाल समाज का निर्माण करने में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित जागरूकता जरूरी: एनसीडीओ
छपरा ।मानसिक स्वास्थ्य एक तरह से मीठा जहर है, जो वैश्विक स्तर पर इसका असर धीरे – धीरे ही सही लेकिन अब विकराल रूप लेने लगा है। हालांकि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 महामारी ने मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को और अधिक उजागर किया है, जिससे कई लोगों में चिंता, अवसाद और अन्य मानसिक बीमारियां बढ़ी हैं। मानसिक स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत समस्या नहीं, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों से भी जुड़ा हुआ है।
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, जागरूकता फैलाने और उसके महत्व को समझाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पूरे देश में प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।
क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसका असर समाज में गंभीर रूप से होता है। जिसके तहत 10 अक्टूबर से लेकर आगामी 31 अक्टूबर तक यानी कि पूरे अक्टूबर महीने में जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यक्रमों का आयोजन कर संचालित किया जाता है।
मानसिक स्वास्थ्य को लेकर विकराल रूप लेने वाले कलंक को खत्म करना और लोगों को सही जानकारी प्रदान करना अत्यंत आवश्यक है। यदि मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल को प्राथमिकता दी जाए, तो न केवल व्यक्तिगत जीवन में सुधार होगा बल्कि समाज में समग्र कल्याण भी बढ़ेगा।
स्वस्थ और खुशहाल समाज का निर्माण करने में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित जागरूकता जरूरी: एनसीडीओ
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ भूपेंद्र कुमार ने बताया कि कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का समय आ गया है, थीम पर अक्टूबर- 2024 में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जा रहा है। जिला स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों यथा- जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात कर्मचारियों के साथ संवाद सत्र आयोजित करना, कार्यस्थलों पर तनाव प्रबंधन सत्र, स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों के लिए विषय विशेष के संबंध में स्वास्थ्य वार्ता सत्र, नारा लेखन, निबंध लेखन और पोस्टर बनाने की प्रतियोगिता तथा छात्रों के माता- पिता के लिए जागरूकता सत्रों का आयोजन किया जाना है।
हम सभी को मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता के साथ लेने के साथ ही इसे अपने जीवन के हर पहलू में शामिल करना चाहिए। क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाना और समर्थन देना हर किसी की नैतिक जिम्मेदारी बनती है, ताकि हम एक स्वस्थ और खुशहाल समाज का निर्माण कर सकें। सोनपुर के चौसिया हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी विश्व प्रकाश राहुल द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम के तहत जागरूकता अभियान को लेकर चित्रकारी बनाई गई है।