अंकित सिंह,भरगामा(अररिया):भरगामा थाना परिसर में लंबे समय से खड़े वाहन इन दिनों भंगार होते दिखाई दे रहा है। हालत यह है कि परिसर में अपराधों के दौरान जब्त किये जाने वाले वाहनों को खड़ा करने की जगह नहीं बची है। जिसके चलते वाहनों का पहाड़ भी लगा देखा जा सकता है। इन वाहनों में बाइक,ट्रक,कार,जीप से लेकर सभी प्रकार के दो पहिया और चार पहिया वाहन शामिल है। जो करीब 20 साल पुराने हो चुके हैं।
वाहनों की भंगार होती हालत के बीच जंगली पौधों ने अपना बसेरा भी बना लिया है। कानूनी प्रक्रिया के चलते वाहनों का नीलामी सालों से नहीं हो पाया है। इस मालमे को लेकर आरटीआई कार्यकर्त्ता सह (पत्रकार) अंकित सिंह ने 26 जून को पूर्णिया प्रमंडलीय आयुक्त से ईमेल के माध्यम से शिकायत किया था।
इस मामले में पूर्णिया प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार ने संज्ञान लेते हुए प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय,पूर्णिया के ज्ञापांक 4325 के तहत 11 जुलाई 2025 को अररिया जिला पदाधिकारी अनिल कुमार को पत्र लिखकर भरगामा थाना में जब्त वाहनों की जांच करवाकर नियमानुकूल आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश दिया है। इधर सामाजिक कार्यकर्त्ता अशोक सिंह,असलम बैग,रमेश भारती,आशीष सोलंकी आदि का कहना है कि लाखों रुपये कीमत की वाहनों का अगर समय पर निराकरण होता तो अच्छा राजस्व पुलिस विभाग को प्राप्त होता,लेकिन नीलामी प्रक्रिया में देरी होने के चलते अब भंगार वाहनों से आय का स्त्रोत भी कम हो गया है।
बताया जाता है कि थाना परिसर में सालों से खड़े कई वाहन ऐसे हैं,जिन्हें वाहन मालिक लेने हीं नहीं पहुंचे रहे हैं। जानकारी सामने आई है कि थाना परिसर में कुछ ऐसे वाहन भी खड़े हैं कि जिन लोगों का घटना,दुर्घटना में निधन भी हो चुका है,जिनके परिजनों ने उक्त वाहनों को लेने का प्रयास भी नहीं किया। कुछ वाहन ऐसे अपराधों में हैं,जिनके मालिकों को सजा भी हो चुकी है।