बिहार न्यूज लाईव/ डॉ०संजय( हाजीपुर)- ऐतिहासिक गांधी आश्रम परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का 75 वां पुण्यतिथि शहादत दिवस के रूप में मनाया गया । इस शहादत दिवस की अध्यक्षता समाजसेवी राजेश कुमार शर्मा ने की जबकि कार्यक्रम का संचालन मेदिनी कुमार मेनन ने किया।
शहादत दिवस मनाते हुए महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के संदर्भ में उनके विचारों पर प्रकाश डालते हुए लोहिया विचार मंच के संयोजक, सुनील कुमार और पूर्व सांसद प्रतिनिधि,अवधेश कुमार सिंह ने गांधी की हत्या कब और किसके द्वारा हुई इस पर प्रकाश डालते हुए लोगों को भाव विह्वल कर दिया। कुमार वीर भूषण ने कहा कि 30 जनवरी1948 को नाथूराम गोडसे सहित 8 लोगों को उनकी हत्या का आरोपी बनाया गया । अध्यक्षीय भाषण में राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि गांधी जी ने आजादी आंदोलन को सत्य की राह और अहिंसावादी विचारों के साथ देश के आजादी आंदोलन में आजीवन लड़ते- लड़ते शहीद हो गए। रवि यादव ने कहा कि गांधीजी 15 अगस्त 1947ई० को भारत को आजादी दिलायी।
शहादत दिवस के मुख्य वक्ता विजय स्वामी ने कहा कि भारत में सत्याग्रह के रूप में अपने पहले प्रयोग की सफलता ने देश में गांधीजी की प्रतिष्ठा बढ़ा दी ।भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी युग की शुरुआत 1920 ईस्वी के असहयोग आंदोलन में हुई।भारत में असहयोग आंदोलन का मुख्य लक्ष्य ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अहिंसात्मक विरोध एवं सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत करने के क्रम में देश में गांधी के आंदोलन में तेजी आई।शहादत दिवस में कम्युनिस्ट नेता इन्द्रदेव राय ने भी गांधी के विचारों से अवगत कराया। महेंद्र प्रियदर्शी ने भी अपनी बात रखी।प्रोफेसर चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि गांधी जी का विचार प्रासंगिक है।
इस अवसर पर मुख्य रुप से स्वतंत्रता सेनानी के पुत्र भूषण सिंह, पुरुषोत्तम सिंह गुड्डू,वकील प्रसाद यादव, निशांत गांधी, राजीव कुमार सिंह गोलटू,रोहित कुमार आजाद, क्षितिज प्रकाश, जीवेश कुमार सिंह, रौशन यादव, विट्ठल नाथ सूर्य, आरके तिवारी, प्रोफेसर अर्पणा सुमन, सेवानिवृत्त शिक्षक राजेंद्र राय, अखौरी चंद्रशेखर ,राहुल कुमार, सेवानिवृत्त जय कृष्णराय, अमरेश कुमार यादव, बैजनाथ राय, सुशील कुमार श्रीवास्तव, अविनाश कुमार, पप्पू,संतोष चौधरी , अमर आलोक, जगजीवन राम, सहित कई लोग शहादत दिवस में उपस्थित हुए ।
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