बिहार न्यूज़ लाइव सुल्तानगंज डेस्क: शनिवार को तिलकपुर तिलकामांझी स्मृति मंच के द्वारा तिलकपुर पुस्तकालय भवन में तिलकामांझी की जयंती मनाई गई।इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि तिलकामांझी का जन्म आज ही के दिन 11 फरवरी 1750 ईसवी में तिलकपुर की पावन धरती पर हुआ था।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से 70 वर्ष पूर्व 1772 से 1784 इसवी के बीच उन्होंने अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ छोटी-छोटी कबिलाइयों,जनजातियों,पहाड़ियों को इकट्ठा करते हुए व्यापक जन आंदोलन और क्रांति खड़ा कर दिया। 1770 ईस्वी के अकाल और लॉर्ड इरविन द्वारा फूट डालो राज करो नीति से क्रोधित होकर उन्होंने अपनी आक्रामकता को और ज्यादा तेज किया। इसी कड़ी में इन्होंने भागलपुर के ब्रिटिश कमिश्नर आगस्ट लैब्लैंड को गुलेल और जहर लगे हुए तीर द्वारा मार गिराया।
इससे और क्रोधित अंग्रेजों ने इन्हें सुल्तानगंज की पहाड़ियों को चारों तरफ से घेर कर इन्हें पकड़ भागलपुर के तत्कालीन जिला अधिकारी निवास तिलकामांझी चौक पर विशाल बरगद के पेड़ से लटका कर फांसी दे दी।
इस कार्यक्रम का संयोजन तिलकामांझी स्मृति मंच के अध्यक्ष श्री मनोरंजन कुमार मिश्रा ने किया मौके पर पूर्व प्रधानाध्यापक श्री बाल गोविंद सिंह निर्दोष कुमार मिश्रा ,अंजनी शर्मा ,श्यामानंद सिंह सुमन कुमार मिश्रा, श्यामानंद चौधरी, रामकिशोर शर्मा, रामाधीन मिश्रा, बिजय मिश्रा, प्रेम पौध्दार सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे!
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