बिहार न्यूज़ लाइव / पटना : यहां के आई. एम. ए. हॉल में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आज आयोजित किए कार्यक्रम में ‘हलाल सर्टिफिकेशन : एक भारत विरोधी षड्यंत्र’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया था । इस कार्यक्रम में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने भारत सरकार के प्रमाणीकरण सर्टिफिकेट होते हुए भी इस्लामी निजी संस्था के ‘हलाल सर्टिफिकेट’ की आवश्यकता क्यों है, यह प्रश्न उपस्थित किया । आज यह हलाल अर्थव्यवस्था भारत में समांतर अर्थव्यवस्था बनी है, इस संकट को रोकने हेतु भारत को हलालमुक्त करना आवश्यक है ।
श्री. रमेश शिंदे ने आगे बताया कि आज हलाल अर्थव्यवस्था 2 ट्रिलियन डॉलर की बन चुकी है और इसके द्वारा आतंकवाद को फंडिग की जा रही है । पिछले कुछ समय से भारत में ‘हलाल’ की मांग की जा रही है और हिंदू व्यापारियों को व्यापार करने के लिए ‘जमियत-उलेमा-ए-हिंद’ जैसे संस्थांआें से ‘हलाल प्रमाणपत्र’ लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है । जब उत्पादों को प्रमाणित करने के लिए भारत सरकार के आधिकारिक संगठन ‘एफएसएसएआई’ (FSSAI) और ‘एफडीए’(FDA) हैं ही, तो अलग से प्राइवेट मुस्लिम संस्था द्वारा ‘हलाल प्रमाणीकरण’ की आवश्यकता व वैध्यता क्या है ?
‘हलाल सर्टिफिकेट (प्रमाणपत्र)’ के द्वारा इस्लामी अर्थव्यवस्था अर्थात ‘हलाल इकॉनॉमी’ को, धर्म का आधार होते हुए भी बहुत ही चालाकी के साथ सेक्युलर भारत में लागू किया जा रहा है। यह हलाल प्रमाणपत्र केवल मांस तक सीमित न रहकर खाद्यपदार्थ, सौंदर्य प्रसाधन, औषधियां, अस्पताल, होटल, पर्यटन, गृहस्थी से संबंधित आस्थापन और मॉल के लिए भी आरंभ हो गया है । भविष्य में यह व्यापारी, उद्योगपतियों, समाज तथा राष्ट्र के लिए बड़ा संकट हो सकता है, इस पर विचार करना अत्यंत आवश्यक है । प्रत्येक राष्ट्रभक्त नागरिक का कर्तव्य है कि वह हलाल अर्थव्यवस्था के खतरों को समझे, इसका विरोध करें और भारत का भविष्य सुरक्षित बनाने में सहयोग दें ! कार्यक्रम का आयोजन पवनसुत सर्वांगीण विकास केंद्र द्वारा किया गया था । कार्यक्रम में भारतीय जनक्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव अधिवक्ता राकेश दत्त मिश्रजी एवं अनेक मान्यवर उपस्थित थे ।
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