बिहार न्यूज़ लाइव/ मोदी के हनुमान ने तमिलनाडु जाकर बिहारियों के समर्थन में किया हल्लाबोल. जी हां जैसा की हम जानते हैं कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर होने वाले हमलों की चर्चा सुर्खियों में है. ऐसे में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर कथित हमले की पूरी जांच कराने और दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की.
चिराग ने कहा कि मैं यहां इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने या किसी को दोष देने के लिए नहीं आया हूं. उन्होंने कहा कि अगर बिहार के श्रमिकों पर हमले के वीडियो झूठे हैं, तो अफवाहें किसने फैलाई हैं…. कौन है जो भाषा के आधार पर लोगों और देश को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं. चिराग पासवान ने कहा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर हमले हुए हैं तो दोषियों को सजा होनी चाहिए और अगर यह सिर्फ अफवाहें हैं तो इसे फैलाने वालों को सलाखों के पीछे डाल दिया जाना चाहिए.
चिराग पासवान ने कहा कि तमिलनाडु की उनकी यात्रा विशेष रूप से प्रवासी मजदूरों के साथ एकजुटता व्यक्त करने और राज्यपाल आरएन रवि को इस मुद्दे पर एक ज्ञापन सौंपने के लिए थी. लोजपा रामविलास सुप्रीमो ने कहा कि मैं बिहार के श्रमिकों पर अत्याचार के बारे में सुन रहा हूं, मुझे फोन कॉल और संदेश भी मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसमें कहा जा रहा है कि उन्हें कोयम्बटूर और तमिलनाडु के अन्य हिस्सों में निशाना बनाया जा रहा है. चिराग पासवान ने कहा कि अगर इसमें जरा सी भी सच्चाई है तो इसे सामने लाया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारत में दोहरी नागरिकता की अवधारणा नहीं है और लोग देश में कहीं भी काम करने के लिए स्वतंत्र हैं. चिराग ने कहा कि उन्होंने मांग की है कि अगर हमला महज अफवाह है, तो इसे कौन फैला रहा है और उनका इरादा क्या है? उनकी पहचान की जानी चाहिए और उन्हें सजा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं इस बात पर जोर देता हूं कि इस मुद्दे की पूरी तरह से जांच होनी चाहिए. चिराग पासवान ने इस दौरान यह भी कहा कि मैं उन सभी लोगों के नाम और फोन नंबर देने को तैयार हूं, जिन्होंने मुझे फोन किया और अपनी आशंकाएं बताईं. इसी कड़ी में उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ भी निशाना साधा.
चिराग पासवान ने कहा कि मेरे लोगों के सामने वर्तमान संकट इसलिए है, क्योंकि मेरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की बेहतरी और विकास के लिए काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि बिहार में रोजगार के अवसरों की कमी के कारण लोगों को पलायन करना पड़ा. इस तरह चिराग पासवान ने तमिलनाडु प्रकरण पर जमकर निशाना साधा और उन्होंने साफ कहा कि मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए साथ ही दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
Comments are closed.