बिहार न्यूज़ लाइव सिवान DESK: महाराजगंज/सीवान महाराजगंज शहर के सुप्रसिद्ध वैद्य प्रकाश चंद्र उर्फ लालू वैद्य जी पंचतत्व में विलीन हो गए। मुखाग्नि उनके अनुज भ्राता शिक्षक चुनचुन पांण्डेय ने शनिवार को सुबह गांव के ही श्मशान में दिया। ज्ञात हो कि 15 मार्च को जब अपने आवास शहर के बाटा मोड़ से अपने पैतृक गांव महाराजगंज थाना क्षेत्र के शूरवीर जा रहे थे तो दारौदा थाना क्षेत्र के रगड़गंज के समीप किसी गाड़ी से चकमा खा कर उनकी चार पहिया वाहन अनियंत्रित हो गई। स्वयं वाहन चलाते समय गाड़ी के अंदर ही चोट लगी।
घटना के समय वह बिल्कुल ठीक थे नाक पर कट जाने का निशान था सिवान में ट्रीटमेंट भी हुआ और संध्या होते-होते उनकी हालत बिगड़ने लगी परिजनों ने उन्हें रुबन हॉस्पिटल पटना लेकर गए जहां उनकी मौत ईलाज के दौरान रुबान अस्पताल में शुक्रवार देर संध्या हो गई ।
मिली जानकारी के मुताबिक पेट में चोट लग जाने के कारण खून का रिसाव होता गया। ऑपरेशन रुबान अस्पताल में हुआ मगर उन्हें डॉक्टरों ने बचा नहीं सके अंत समय में ब्रेन हेमरेज के चलते उनकी मौत शुक्रवार देर संध्या हो गई ।
खबर सुन पूरे जिले के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। अपने प्रिय चिकित्सक वैद्य प्रकाश चंद्र उर्फ लालू वैद्य जी की मृत्यु हो गई कुछ लोग तो पहले विश्वास ही नही किये। मगर सच्चाई जैसे ही लोगों ने जाना पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ी। जो जहां सुना वही हतप्रभ रह गया। चुकी लालू बैद्य व्यक्तिगत रूप से एक समाजसेवी और मृदुभाषी थे। अपने मृदुभाषी अच्छे खान-पान रहन सहन के बहुत शौकीन माने जाते थे। मजाकिया लहजे के लिए सुप्रसिद्ध वैद्य प्रकाश चंद्र पांण्डेय उर्फ लालू बैघ जी की मृत्यु महाराजगंज वासियों के लिए अपूर्णीय क्षति है।
शहर के कई शिक्षण संस्थाओं ने और व्यक्तिगत रूप से लोगों ने शोक व्यक्त किया शोक व्यक्त करने वालों में ई प्रमोद रंजन, राजेश अनल, दिलीप कुमार सिंह, विकी कुमार सिंह,शिवम कुमार, मनोरंजन कुमार द्विवेदी , अनीश कुमार सिंह, धर्मेंद्र उपाध्याय आदि ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की।