मुंगेर: राष्ट्रीय लोक अदालत में 1119 वादों की हुई सुनवाई कुल 887 वादों का निष्पादन 2,937,697 रुपए का हुआ सेटलमेंट
राष्ट्रीय लोक अदालत में 1119 वादों की हुई सुनवाई कुल 887 वादों का निष्पादन 2,937,697 रुपए का हुआ सेटलमेंट
साल 2013 में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के परिणाम को देखते प्रत्येक साल साल में 4 बार राष्ट्रीय लोक अदालत लगाने का नालसा ने लिया निर्णय
लोक अदालत में बैंक अधिकारी
नरमी बरते और ज्यादा ज्यादा मामला का करें निष्पादन: जिला जज
– बिहार न्यूज़ लाइव मुंगेर डेस्क: मुंगेर एसपी ने मुकदमा कि मामला कम करने को ले 12 हजार नोटिस किया निर्गत जिला जज ने की सराहना
मुंगेर से निरंजन कुमार की रिपोर्ट
अपराधी सामान्य वाद, बैंक लोन वसूली वाद, मोटर दुर्घटना न्यायाधिकरण वाद, श्रम वाद, बिजली एवं पानी बिल से संबंधित विवाद वैवाहिक विवाद, भू अधिग्रहण वाद सेवा वेतन, भत्ता एवं सेवानिवृत्त लाभ से संबंधित मामलों , राजस्व के मामले दीवानी वाद किराया सुखाधिकारी वाद का सुलह समझौते के आधार पर निपटारा को लेकर शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ.
कार्यक्रम का उद्घाटन जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार दीपांकर पांडेय, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम गुंजन पांडेय ,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय , बिपिन बिहारी राय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ प्रवाल दत्ता ,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश षष्ठ प्रशांत कुमार पुलिस अधीक्षक जग्गू नाथ रेड्डी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला जज दीपांकर पांडेय ने सभा में मौजूद विभिन्न विभागों से आए कर्मचारियों को संबोधित करते हुए विशेषकर विभिन्न बैंकों के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मामलों को सुलझाने में नरमी बरते अड़ने की स्वभाव को छोड़ें क्योंकि देश की आर्थिक क्षति होती है सुलह भावना से मामला सुलझाने से करोड़ों अरबों रुपयों की वसूली होगी. जितना रकम फंसा हुआ है उसके ब्याज से ही आर्थिक उन्नति होगी. लचीलापन स्वभाव कानूनी प्रक्रिया को देखते अपनाएं. साल 2013 में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के सकारात्मक परिणाम के कारण ही प्रत्येक साल में चार बार राष्ट्रीय लोक अदालत लेने का निर्णय नालसा ने लिया.प्रवाल दत्ता इसे महापर्व बताते हुए कहा की इस प्रकार का राष्ट्रीय लोक अदालत जैसे आयोजन साल में 4 बार होता है ताकि आए दिन बढ़ते मुकदमों की संख्या कम किया जा सके. राष्ट्रीय लोक अदालत आज के दिन पूरे भारतवर्ष में आयोजित किया गया है
जिसका मुख्य उद्देश्य बढ़ती जा रही अधिक से अधिक मुकदमों की संख्या को कम करना है जिसमें ना किसी पक्ष की जीत होती है और ना किसी पक्ष का हार वहीं,पुलिस अधीक्षक जग्गू नाथ रेड्डी ने कहा कि इस बार राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मामले निपटारा को लेकर विभाग के द्वारा 12 हजार नोटिस निर्गत किया गया. जिला जज ने इसे लेकर एसपी की सराहना की. विधिज्ञ संघ के सचिव अमित कुमार ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन के बाद मॉनिटरिंग होना चाहिए इससे निष्पादन की संख्या में बढ़ोतरी होगी. इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राजीव नयन विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह अधिवक्ता शिवशंकर बनर्जी,अजय कुमार कमल किशोर प्रसाद शमीश कुमार वर्मा सहित विभिन्न बैंकों के पदाधिकारी मौजूद थे.
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विभिन्न बैंकों से सेटलमेंट हुए साढे 37 लाख रुपए
राष्ट्रीय लोक अदालत में आयोजित विभिन्न बैंकों से 37,44,897 लाख रुपए का सेटलमेंट हुआ है. बताते चलेगी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय सुनील दत्त पांडेय 29,49,756, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रशांत कुमार 60,000 रुपए जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय बिपिन बिहारी राय ने 6000 रुपए जबकि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ श्री प्रवाल दत्ता 85,000 रुपए,
अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी खुशबू श्रीवास्तव 26,000 रुपए, मुंशी प्रथम लाल बिहारी पासवान 31,000 रुपए अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी विमलेश कुमार 1,22,000 मुंसिफ द्वितीय भोला सिंह 10,200 न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अनूप कुमार उपाध्याय 44,000 रुपए न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी ब्रजकिशोर चौधरी 1,53,587 रुपए न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी सोनम कुमारी 1,42,352 रुपए एवं न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी मोनिका मेहता 61,000 कुल 282 मामलों का निष्पादन कर सेटलमेंट किया.
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