बिहार न्यूज लाईव / जयपुर/(हरिप्रसाद शर्मा) राजस्थान में यह चुनावी वर्ष है, आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी प्रदेश के कद्दावर चेहरों को पार्टी में जोड़ने का कार्य शुरू कर दिया है। पार्टी की इस रणनीति यह है कि वह कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखायें
जिसकी तैयारी में जुट चुकी है।
राजस्थान में भाजपा ऐसे चेहरों को पार्टी में शामिल किया जा रहा है जिन्हें आगामी विधानसभा चुनावों में मैदान में उतारा जा सके। इसी रणनीति के तहत पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया की बीजेपी में वापसी हुई है।
पार्टी में अभी से ही सशक्त नेता महरिया को कांग्रेस नेता प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारे जाने की संभावना है। साथ ही स्वर्गीय लोकेन्द्र सिंह कालवी के बेटे भवानी सिंह को भी पार्टी में शामिल करके नागौर सीट से चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी है। उधर, रिटायर्ड आईपीएस रामदेव संह खैरवा को भी पार्टी की सदस्यता दिलवाई गई ।ताकि उन्हें सीकर के खंडेला से मैदान में उतारा जा सके। बीकानेर के देवी सिंह भाटी सहित कई और बड़े चेहरे हैं जो बीजेपी का दामन थामने का इंतजार कर रहे हैं ।
सुभाष महरिया पूर्व में बीजेपी में रह चुके हैं। वे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहे हैं और तीन बार सीकर से सांसद भी रहे हैं। सुभाष महरिया शेखावाटी के वरिष्ठ जाट नेता हैं। क्षेत्र में उनका अच्छा प्रभाव है। वर्ष 2009 में बीजेपी ने उनका टिकट काट दिये जाने के कारण नाराज होकर बागी हो गए थे।
उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा। अब घर वापसी हुई है। महरिया की घर वापसी के बाद बीजेपी उन्हें पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा के सामने चुनाव मैदान में उतारे जाने की पूर्ण संभावना है। एक वरिष्ठ जाट नेता को बीजेपी में शामिल होने से पार्टी जातिगत फायदा उठाने का भरपूर प्रयास कर रही है। सुभाष महरिया ने भाजपा में पुनः शामिल को घर वापसी बताया है ।उन्होंने कहा कि मैं परिवार व अपनों के बीच आ गया हूँ ।
भाजपा की सदस्यता लेने वाले सभी चेहरों को पार्टी रणनीति बनाकर, उन्हें जातिगत समीकरण के तहत ही विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा बनायेगी । सभी ने कहा कि पार्टी जो भी हमें कार्य देगी। उसको ज़िम्मेदारी , निष्ठा के साथ पूरा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राजस्थान के विधानसभा चुनाव पर पूरी नज़र बनाए हुए है । अभी हाल ही में अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर अर्जुन राम मेघवाल क़ानून मंत्री का पद देकर उनके क़द में इज़ाफ़ा किया ।
वहीं चुनाव से पहले दलित वोटों को साधने की पूरी कोशिश की जा रही है ।
कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने आरोप लगाया कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है, कानून-व्यवस्था बिगड़ी हुई है और लोग सरकार से तंग आ चुके हैं इसलिए कांग्रेस के कई बड़े नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। सिंह ने बिना किसी का नाम लिए कहा, “कांग्रेस पार्टी में लोग एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं और इससे लोग पूरी तरह तंग आ चुके हैं। उसके नेता भाजपा की विचारधारा को स्वीकार कर रहे हैं।
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