बिहार न्यूज़ लाइव / पुष्कर/अजमेर/(हरिप्रसाद शर्मा) तीर्थराज पुष्कर में शुक्रवार को वट अमावस्या के दिन महिलाओ ने प्राचीन बरगद के पेड़ की पूजा -अर्चना कर अखण्ड सुहाग की कामना की । इस अवसर पर कई महिलाओं ने तीन दिवसीय अखण्ड व्रत रखा । नगर में बैण्ड बाजों के साथ वट वृक्ष की पूजा कर महिलाओं ने अखण्ड सुहाग की कामना की है ।
जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के यहाँ वर्षों पुराने बरगद के पेड़ पर सुबह से ही महिलाओ की भीड़ देखी गई ।महिलाओ ने विधिवत ,विधान के साथ पूजा कर बड़ के धागा बांधकर सुहाग की मनोकामना की । महिलाओं ने दान पुण्य भी किया।तरबूज,खरबूजा, आम ,पानी से भरी मटकी ,शक्कर के ओले, आम ओले,कपड़े सहित कई वस्तुओ का दान किया ।
महिलाओं ने सामूहिक रूप से सत्यवान सावित्री की कथा सुनी। जिसका धार्मिक मान्यता के अनुसार बहुत महत्व शास्त्रों में बताया गया है ।जिसमे बताया कि सावित्री अपने पति के प्राणों की रक्षा के लिए यमराज के पीछे तक चली। सावित्री को यमराज ने कई वरदान दिये । लेकिन अपने सुहाग के पीछे सारे वरदान निष्फल रहे । अमावस्या को नगर के शनि मंदिर में मेला भरा । श्रद्धालुओं ने पवित्र पुष्कर सरोवर की में स्नान कर पितृों का श्राद्ध किया ।
ब्राह्मणों को भोजन कराया । मूक पशुओं को चारा खिलाया । लेकिन स्थानीय प्रशासन की ओर से पवित्र पुष्कर सरोवर के घाटों पर कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण भीषण गर्मी में श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा ।
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