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सारण: छठी क्लास की छात्रा नहीं पढ़ पाई चूहा, डीएम ने प्रधानाध्यापिका का लिया क्लास

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बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क:  छपरा : सारण जिला के सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मीरा मुसेहरी में समर कैंप का उद्घाटन करने जिलाधिकारी अमन समीर शुक्रवार को पहुंचे थे। उनका भव्य स्वागत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय गारखा के छात्राओं के द्वारा किया गया । तदुपरांत दीप प्रज्वलित कर जिलाधिकारी अमन समीर ने समर कैंप का उद्घाटन किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि पोषक क्षेत्र के वैसे रिटायर्ड कर्मचारियों को इस समर कैंप में जोड़ा जाए जो डॉक्टर, इंजीनियर,या अन्य क्षेत्र से काम करके सेवानिवृत्त हुए हो ।

 

वैसे व्यक्ति छात्रों को उत्साहित कर सकते हैं ताकि वे लंबी उड़ान की सपने बुन सके। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षक गार्जियन और गार्जियन शिक्षक पर दोषारोपण बंद करके यह प्रयास करें कि समग्र रूप से छात्रों का विकास हो सके। खासकर के छठी से आठवीं वर्ग तक के छात्र जो ना ढंग से हिंदी पढ़ पाते हैं न गणित की बेसिक जानकारी है। उनके लिए यह समर कैंप बहुत ही कारगर साबित होगा।

 

प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के रोशन रवि ने कहा कि समर कैंप वर्ग 6, 7, 8 के छात्रों के लिए है जो सरल पाठ हिंदी नहीं पढ़ सकते ऐसे छात्र जो दूसरी कक्षा की दक्षता नहीं रखते करीब 58 परसेंट है। प्रथम फाउंडेशन के तरफ से 1 से 30 जून तक सारण जिले में 2016 सेंटर बनाए गए हैं

 

जिसमें विद्यालय, जीविका, सामुदायिक भवन इत्यादि शामिल है ।इस कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र के सदस्य के साथ ही अन्य एनजीओ भी लगे है।उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण बंद हुए सभी स्कूल लगभग 2 वर्षों के बाद खुले सभी को चिंता थी कि स्कूल बंद होने के बाद बच्चे पढ़ाई में कमजोर हो गए होंगे।

 

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उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक महामारी के पहले भी बच्चों में पढ़ने लिखने और बुनियादी गणित करने की क्षमता में पर्याप्त रूप से मजबूत करने की जरूरत थी। महामारी के बाद स्कूल खुले सीखने सिखाने की प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन अभी भी काफी बच्चे अपनी कक्षा में अपेक्षित पाठ्यक्रम के स्तर से नीचे हैं। वैसे तो सभी कक्षाओं के बच्चे की शिक्षा को मजबूत करने की जरूरत है लेकिन इस समर कैंप में कक्षा 6 के बच्चों पर फोकस रहेगा। ये वे बच्चे हैं जो पहले से कक्षा 6 में है या जाने वाले हैं।यह कार्यक्रम बिहार सहित 20 राज्यों में संचालित हो रहा है।

वही सारण डीईओ कौशल किशोर ने बताया कि समर कैंप में बच्चे बेसिक हिंदी की किताब पढ़ने की जानकारी एवं सामान्य गणित के बारे में सीख सकेंगे इस कैंप में उन छात्र-छात्राओं को रखा गया है जो सही ढंग से हिंदी नहीं पढ़ पाते हैं

 

समर कैंप का उद्घाटन करने के जिलाधिकारी अमन समीर कक्षा में बैठी छात्राओं से मिलने के लिए गए जिसमें छठी क्लास की एक छात्रा चूहा नहीं पढ़ पाई। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की उन्होंने प्रधानाध्यापिका अमृता कुमारी का क्लास भी लगा दिया कि आपके बच्चे इंजीनियर बनेंगे और आप यह क्या कर रही हैं कि आप के छात्र कितने पिछड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्रधानाध्यापक सही हो तो छात्रों की ऐसी हालत नही हो सकती।

 

जिलाधिकारी ने कहा कि ज्यादातर मजदूर एवं गरीब वर्ग के बच्चे ही यहाँ पढ़ने आते होंगे।इन सबो को सही मार्गदर्शन एवं शिक्षा दी जाए ताकि आगे चलकर ये कुछ बने जिससे इनके पीछे की पीढ़ी इनका नाम उदाहरण स्वरूप ले। वहीं उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को यह आदेश निर्गत किया कि कितने प्रतिशत ऐसे बच्चे जिले में है जो सही तरीके सर हिंदी नहीं पढ़ पाते है, उनका सही-सही आंकड़ा निकाल कर प्रस्तुत किया जाए।

 

कर्यक्रम में मुख्यरूप से जिलाधिकारी के जिला शिक्षा पदाधिकारी,डीपीओ,बीईओ सदर ,जिला शिक्षा कार्यालय के अजय कुमार सहित विद्यालय के शिक्षक तथा गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।मंच का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन लेखा पदाधिकारी समग्र शिक्षा।डॉ अनन्त भानु ने किया।

 

 

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