बिहार न्यूज़ लाइव / भागलपुर .शुक्रवार को शहर के व्यपारी चैंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले बिजली विभाग की मनमानी के खिलाफ सड़क पर उतर आए। बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति पहले से आंदोलित है। शनिवार को स्टेशन चौक पर वह भी धरने पर बैठेगी।
चैंबर के अधिकारी व सदस्य बिजली की आपूर्ति में अनियमितता, बिजली विपत्र में आने वाले फिक्स चार्ज में पहले की तुलना बढ़ोतरी किये जाने, विपत्र में शामिल सरकारी अनुदान को पूर्ण रूप से विलोपित कर दिए जाने, स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी, बिजली के खंभों पर लटक रहे पुराने व जर्जर तार के विरोध में धरना पर बैठे थे।
चैंबर के अध्यक्ष श्रवण कुमार बाजोरिया ने कहा कि बिजली विभाग विभिन्न माध्यमों से आम जनता को लूटकर अपना रेवन्यू बढ़ाने पर ज्यादा फोकस कर रही है। शहर में बिजली की आपूर्ति बिल्कुल नगण्य है। विद्युत आपूर्ति के लिए जो तार लगी हुई है, वह काफी जर्जर स्थिति में है। बाजार क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या लाइन ट्रिपिंग की है। बिजली विभाग को इसपर ध्यान देना चाहिए था, लेकिन इसके विपरीत बिजली विभाग के नीचे से उपर तक के अधिकारी स्मार्ट मीटर के जरिये जनता को लूटने में लगे हैं।
उपाध्यक्ष शरद कुमार सालारपुरिया ने कहा कि चेंबर द्वारा यह सांकेतिक धरना बिजली विभाग एवं सरकार को अपनी भूल का अहसास एवं इसमें सुधार कराने के उद्देश्य से किया गया है। उपाध्यक्ष अजीत जैन ने बताया कि स्मार्ट मीटर एक प्रकार का धोखा है, इससे लोगों को बचना चाहिए। उन्हें यह मीटर नहीं लगाने देना चाहिए। पीआरओ दीपक शर्मा ने कहा कि इन समस्याओं में एक हफ्ते के अंदर सुधार नहीं किया गया तो व्यवसाई वर्ग आंदोलन को गति देने के लिए बाध्य हो जाएगा।
इस मौके पर महासचिव पुनीत चौधरी, सचिव प्रदीप जैन, रामगोपाल पोद्दार, बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति के संयोजक प्रकाश चंद्र गुप्ता, कमल जायसवाल आदि ने भी अपने विचार रखे। रामरतन चूड़ीवाला, रोहित पांडेय, ओम भास्कर आदि मौजूद थे।
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