सारण/मांझी। भीषण गर्मी की तपिश झेल रहे लोगों को बिजली की अनियमित आपूर्ति से परेशान मांझी के उपभोक्ताओं के समर्थन में सेना के रिटायर्ड जवान धनी छपरा निवासी कृष्णा सिंह शुक्रवार की सुबह राष्ट्र ध्वज लेकर स्थानीय पावर सब स्टेशन के मेन गेट पर पहुंच गए और आत्मदाह की धमकी देते हुए अनशन शुरू कर दिया। जिसके बाद विद्युत-कर्मियों में खलबली मच गई। पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि माँझी में इन दिनों बार- बार बिजली काटी जा रही है।
बिजली के जाते हीं गर्मी से लोग और परेशान हो रहे हैं। गर्मी की तपिश से बचने के लिए पंखा व कूलर हीं सहारा है। परन्तु बिजली की नियमित आपूर्ति नही की जा रही है। ऐसी स्थिति में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई तो बाधित हो हीं रही है, गर्मी से घर में रहने वाली महिलाओं व आम लोगों का जीना दूभर हो गया है। आम आदमी की परेशानी विभागीय अधिकारियों को दिख नही रही है। वहीं मिथलेश कुमार सिंह ने बताया कि उपभोक्ता समय से बिल जमा कर रहे हैं। उसके बावजूद विभाग के उदासीन रवैया के कारण उपभोक्ताओं को निर्बाध रूप से बिजली नही मिल पा रही है।
शाम ढलते ही बिजली रोटेशन पर चली जाती है। दिन में भी बिजली का वही हाल है। एक तरफ बिहार सरकार 24 घण्टे बिजली उपलब्ध कराने की बात कहती है, मगर हकीकत कुछ और है। अगर बिजली की आपूर्ति नियमित नही हुई तो रिटायर्ड सेना के जवान के द्वारा आत्मदाह की दी गई धमकी का असर कर्मियों में देखा गया। आराम से ड्यूटी करने वाले विद्युतकर्मियों को अलग-अलग रूट में बिजली तार के सम्पर्क में आए पेड़ की डालियों को काटते-छांटते देखा गया ताकि तेज हवा में भी बिजली आपूर्ति को रोकने की जरूरत न पड़े। अब देखना है कि यह सिर्फ उपभोक्ताओं के आक्रोश को शांत करने के लिए सिर्फ दिखावा है कि बिजली आपूर्ति में सुधार भी होगा।