बिहार न्यूज़ लाइव भागलपुर : अकबरनगर::मोहित कुमार चौधरी / विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू होने में महज अब चार दिन का समय शेष बचा है। जिसको लेकर हर विभाग तत्परता से विभाग से मिले निर्देशानुसार डेडलाइन के खत्म होने तक सारी तैयारियां पूरी करने की जद्दोजहद में लगी है।
तैयारी की रूपरेखा को देखने के लिए राज्य स्तर से भी टीम लगातार पहुंचकर जानकारी ले रही है। लेकिन इन दिनों मानसून की वजह से बारिश का दौर जारी है बारिश का दौर शुरू होते ही अकबरनगर से लेकर दोगचछी तक के सड़कों पर चलना आफत भरा हो गया है। सड़क चौड़ीकरण को लेकर मिट्टी भराई का काम किया गया है। इस वजह से बारिश का दौर शुरू होते ही पूरी तरह सड़के मिट्टी भराई होने की वजह से कीचड़मय हो गया है।
दो पहिया वाहन चालक सहित छोटे वाहन चालक अपनी जान पर खेलकर आवाजाही कर रहे हैं।कीचड़ एव दलदल की वजह से ना जाने कब वाहन के पहिए अटक जाए किस दिशा की ओर मुड़ जाए कोई नहीं कह सकता। जिस वजह से इन दिनों सामान्य तौर पर सर के सही रहने पर भागलपुर जाने में तकरीबन 45 मिनट का समय लगता था। लेकिन सड़क के खराब होने की वजह से अभी 45 मिनट का समय 2 घंटे उससे भी ज्यादा तय करने में लग रहा है। जिस वजह से आने जाने वाले यात्रियों सहित स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सावन सिर पर, कैसे गुजरेंगे कीचड़ एवं दलदली भरे सड़कों से काँवरिया वाहन
चार जुलाई से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की गूंज और सुनाई देने लगेगी। जो इस बार दो महीने तक चलेगा। एनएच 80 भागलपुर की ओर से आने वाला मुख्य मार्ग होने के नाते पूर्वी भारत के राज्य पश्चिम बंगाल, असम, सिक्किम, मणिपुर, मेघालय सहित नेपाल, भूटान जैसे देशों से आने वाले वाले कावड़िया वाहन इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं। जिसको लेकर अकबरनगर थाने के समीप हर साल बैरियर भी लगाया जाता है। बैरियर लगाकर कावड़िया के बड़ी वाहन को शाहकुंड होते हुए सुल्तानगंज तक भेजा जाता है। लेकिन इस बार अकबरनगर से लेकर दोगच्छी बाईपास तक सड़क चौड़ीकरण का काम होने की वजह से सड़क की स्थिति बेहद खराब रहने से कावड़िया के वाहन को आने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। कावड़िया वाहन कीचड़ एवं दलदल भरे सड़कों के बीच से ही गुजरेंगे। इस वजह से मिट्टी भराई गई सड़कें और खराब हो जाएगी। जिससे हर दिन यात्रा करने वाले वाहनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। हालांकि वरीय अधिकारियों ने बीते दिनों बैठक में कहा था कि श्रावणी मेला शुरू होने से पहले तक एनएच 80 के एक लेन को कावड़िया की सुविधा को देखते हुए शुरू करा दिया जाएगा। लेकिन सावन के बचे हुए दिनों एवं एनएच पर हो रहे काम स्थिति को देखते हुए सावन से पहले एक लेन का सड़क मार्ग चालू होना बामशक्कत भरा है। ऐसे में कावड़िया को महादेव का नाम लेकर कीचड़ एवं दलदली भले रास्ते से ही अपने वाहन को लेकर गुजर ना होगा।
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