बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: इसुआपुर; इसुआपुर बाजार स्थित मां जगदंबा हॉस्पिटल में प्रसव के बाद महिला की मौत हो जाने से परिजनों में काफी आक्रोश है .परिजन शव को हॉस्पिटल में रखकर विरोध कर रहे हैं .मौक़े पर इसुआपुर पुलिस भी पहुच चुकी है तथा मौके की नजाकत पर अपनी नजरें गड़ाये हुए है।बताते चलें कि थाना क्षेत्र के रामचौरा गांव की 28 वर्षीय पुष्पा देवी पति विकास कुमार के प्रशव को लेकर परिजनों ने उन्हें मां जगदंबा हॉस्पिटल में भर्ती कराया.
जिसके बाद डॉ राहुल कुमार ने महिला का ऑपरेशन कर बच्चा निकाल दिया. ऑपरेशन के थोड़ी देर बाद से महिला को अनेकों प्रकार के कष्ट होने लगे .जिसे परिजनों द्वारा बार-बार डॉक्टर को बताया गया तथा बेहतर इलाज के लिए छपरा रेफर करने का भी लोगों ने आग्रह किया. लेकिन डॉक्टर ने उन्हें हर बार समझाते हुए कि मरीज ठीक है अपने पास ही रखा .लेकिन सुबह होते होते महिला ने दम तोड़ दिया. तब डॉक्टर ने आनन-फानन में परिजनों को समझा बुझाकर कर बेहतर इलाज हेतु छपरा ले जाने के लिए राजी कर लिया तथा एंबुलेंस में डाल दिया .लेकिन थोड़ी दूर जाने के बाद ही परिजन को एहसास हो गया है की महिला तो मर चुकी है .फिर वह लोग वापस हॉस्पिटल आए तब तक डॉ राहुल हॉस्पिटल से फरार हो चुके थे .
इस बात से परिजनों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया तथा वे वही विरोध करने लगे. बताते चलें कि इसुआपुर के लिए यह कोई नई घटना नहीं है .यहां हर एक गली में एक हॉस्पिटल बना हुआ है. जहां नीम हकीम डॉक्टरों के द्वारा मरीजों का ऑपरेशन किया जाता है. जिनके पास ना कोई डिग्री है ना कोई शिक्षा है .मगर वह लोगों के जिंदगी के साथ मात्र चंद रुपयों के लिए खिलवाड़ कर रहे हैं. नाम नहीं छापने की आश्वासन के बाद लोगों ने बताया कि हॉस्पिटल की कुछ महिला आशा कर्मी हैं जिन्हें दलाली के रूप में मोटी रकम दी जाती है.
जिनके मदद से हॉस्पिटल से ही पेशेंट को अपने प्राइवेट हॉस्पिटल में बुला लिया जाता है. जहां उनके जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जाता है .डॉ राहुल फिजिसियन डॉक्टर है पर पैसों के लालच में गांव की सीधी-सादी महिलाओं का धड़ल्ले से ऑपरेशन कर देते हैं .डॉ राहुल कोरेना काल मे कुछ दिनों के लिए सीएचसी में कार्य कर चुके हैं जिससे हॉस्पिटल कर्मियों में उनका अपना प्रभाव है तथा उसी प्रभाव के बल पर उनकी डॉक्टरी की खेती चल रही है.
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