बिहार न्यूज़ लाईव / बिहारशरीफ डेस्क: ।जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों में जलसंकट से किसान त्राहिमाम है। मकरौता पंचायत के पूर्व मुखिया उमेश जमादार जिला प्रशासन को एक ज्ञापन देकर क्षेत्रों में बंद पड़े सरकारी नलकूपों मरम्मती कराते जाने की मांग की है। दिये आवेदन में खुलासा किया गया है कि बिते माह में अल्पवृष्टि को देखते हुए सभी बंद नलकूपों को मरम्मती कराने का जिम्मा प्रखंड के अधिकारियों को दिया गया था पर महिना बितने पर भी एक भी नलकुप चालु नहीं किया गया है।
किसान निजी नलकूपों का सहारा लेकर धान रोपाई शुरू कर दिया है। अगर समय रहते वर्षा साथ नहीं दिया तो इस वर्ष सुखाड़ का सामना करना पड़ेगा। निजी नलकूपों की संचालन के लिए डीजल अनुदान की राशि किसानों को राहत देती थी पर इस बार यह भी सुविधा नहीं मिलने से किसान खासे चिंतित हैं।
वर्षा की आस में धार्मिक आस्थाओं से प्रेरित होकर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में चौबिसों घंटे अखण्ड का आयोजन किया जा रहा है। फिर लोग इंद्र भगवान के कोप के शिकार बन बैठे है। किसानों ने बताया कि हरबार इस आशा से धान रोपाई शुरू कर देते हैं कि वर्षा होगी पर हरबार मौसम दंगा दे जाती है और हमलोग कभी सुखाड़ तो कभी दहाड़ के चपेट में आकर दो जुन रोटी के लिए तरह जाते हैं नतीजतन परिवार की भरण पोषण के लिए प्रदेश पलायन को मजबूर हैं।
बिहारन्युज/ प्रमोद कुमार पांडेय
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