लाल डायरी से राजस्थान में बवंडर होने के आसार – मामला 100, 200 करोड़ का नहीं 500 करोड़ रुपये के लेनदेन का हिसाब….
लाल डायरी से राजस्थान में बवंडर होने के आसार – मामला 100, 200 करोड़ का नहीं 500 करोड़ रुपये के लेनदेन का हिसाब
* बर्खास्त मंत्री गुढा को पीटा निकले आँसू
* लाल डायरी का रहस्य बाहर आना ही चाहिए
* नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने सदन में चर्चा की माँग
बिहार न्यूज़ लाइव जयपुर डेस्क: जयपुर (हरिप्रसाद शर्मा) विधानसभा में अपनी ही सरकार को घेरने के बाद मंत्री पद से बर्खास्त हुए राजेन्द्र गुढ़ा सोमवार को राजस्थान विधानसभा सदन में लाल डायरी लहराई जिसके बाद उनकों धक्के देकर बाहर कर दिया गया। बाहर आकर गुढ़ा ने पत्रकारों के सामने ही लाल डायरी काला चिट्ठा खोलना शुरू कर दिया। गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वैभव गहलोत, आरसीए में क्रिकेट के खेल, राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त जैसे कई मुद्दों पर गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
गुढ़ा ने यह भी कहा कि भाजपा के विधायकों के लिए आए हवाई जहाज खाली क्यों लौटे थे? उसका हिसाब भी लाल डायरी में है, क्योंकि भाजपा विधायकों को करोड़ों रुपये देकर खरीदा गया था। वो लाल डायरी आज विधानसभा में मुझसे कांग्रेस के मंत्रियों ने मारपीट कर छीन ली है, लेकिन लाल डायरी का दूसरा पार्ट मेरे पास मौजूद है।
राजेंद्र गुढ़ा ने पत्रकारों को लाल डायरी फिर से दिखाई और कहा यह उसका दूसरा पार्ट है। गुढ़ा बोले- जब धर्मेंद्र राठौड़ के यहां ईडी के छापे पड़े थे तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुझे कहा था कि गुढ़ा- किसी भी कीमत पर वो लाल डायरी निकाल ला मेरी ज़िंदगी का सवाल है। वरना हमारा सारा खेल बिगड़ जाएगा। ये काम तू ही कर सकता है।
100, 200, 500 करोड़ रुपये के लेनदेन का हिसाब
धर्मेंद्र राठौड़ के निवास वाली बिल्डिंग की 9वीं फ्लोर के फ्लैट में लाल डायरी थी, जिसमें 100, 200, 500 करोड़ रुपये के लेनदेन का हिसाब था। ईडी और इनकम टैक्स की टीमों के बीच से निकलकर आठवीं और नौवीं मंजिल में फ्लैट का गेट तोड़कर और ग्रिल काटकर वह लाल डायरी निकाल कर मैं लाया था। तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था गुढ़ा तुझे तो हॉलीवुड में होना चाहिए था। तूने तो सर्जिकल स्ट्राइक कर दी।
जब मुझे सरकार में मंत्री बनाया तो मुझे मुख्यमंत्री गहलोत ने रसगुल्ले भी खिलाए थे। आज घूंसे खिला दिए, शायद उन्हें आज राजेंद्र गुढ़ा की जरूरत नहीं है।
*आखिर लाल डायरी का क्या रहस्य – राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने एक लाल डायरी का जिक्र किया है। उनका दावा है कि जो डायरी उनके पास है। उस डायरी में अशोक गहलोत के कारनामे लिखे हैं। गुढा ने दावा किया कि अगर वे इस डायरी का खुलासा कर देते तो अशोक गहलोत मुख्यमंत्री ना होकर जेल में होते। इस डायरी का जिक्र गुढा ने दो महीने पहले ही किया था। तब उन्होंने कहा कि जुलाई 2020 में सियासी संकट के समय सरकार बचाने के लिए अशोक गहलोत ने भाजपा के किस किस विधायक को कितने कितने रुपए में खरीदा। इसके सारे सबूत उनके पास डायरी में लिखे हैं। गुढ़ा ने जल्द ही इस डायरी के राज खोलने की बात कही। इसी बीच भाजपा के सदस्यों ने इस डायरी के राज खोलने की मांग करते हुए सदन में भारी हंगामा भी कर दिया ।
शून्यकाल में विपक्ष के नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा जो मुद्दा राजेन्द्र गुढ़ा उठाना चाह रहे हैं, स्पीकर उन्हें इजाजत दें। लाल डायरी में गहलोत सरकार के कारनामों का काला चिट्ठा बताया जा रहा है। सदन के सदस्य अपनी बात सबके सामने रखना चाह रहे हैं। ऐसे में उनकी आवाज को दबाना न्याय संगत नहीं है। विपक्ष के सदस्यों ने भारी हंगामा और नारेबाजी करते हुए विधानसभा अध्यक्ष के सामने लाल डायरी के रहस्य उजागर करने दिए जाने की मांग उठाई। राठौड़ ने कहा कि न्याय के मंदिर में चुने हुए जनप्रतिनिधि की आवाज को ऐसे नहीं दबाया जाना चाहिए।
*हंगामे के बीच तीन विधेयक पारित कर दिए
दोपहर दो बजे बाद दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो सारे घटनाक्रम को लेकर विपक्ष ने हंगामा कर दिया। बीजेपी विधायक वेल में आ गए और लाल डायरियां लहराने लगे। थोड़ी देर तक हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही जारी रही।
इस बीच, शोर-शराबा बढ़ने पर एक घंटे के लिए दोबारा रोक दी गई। विधानसभा की कार्यवाही साढ़े तीन बजे फिर शुरू हुई तो हंगामा जारी रहा। इस बीच तीसरी बार कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। वहीं, हंगामे के बीच विधानसभा में तीन बिल पारित हुए।
* कांग्रेस मंत्री विधायक बलात्कारी-
गुढ़ा ने कहा- इस प्रदेश की हर बहन-बेटी मेरी बहन-बेटियां हैं। मैं उन्हें अपनी बहन से भी बढ़कर मानता हूं। मैं महाराव शेखाजी का वंशज हूं, जिनकी तीन पीढ़ियों ने महिला सम्मान के लिए सब कुछ कुर्बान कर दिया। कांग्रेस के मंत्री और विधायक बलात्कारी हैं। मंत्री-विधायकों का नार्को टेस्ट करवाना चाहिए। इनमें से बहुत-से बलात्कारी हैं।
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