बिहार न्यूज़ लाईव/ वाराणसी|आज श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन श्री भागवत पोथी जी का पूजन षष्ठपीठाधीश्वर गो० 108 श्री श्याम मनोहर जी महाराज व षष्ठपीठ युवराज गो० प्रियेन्दु बावा ने किया।
आज की कथा मुंबई से आये कृष्णदत्त निरंजन शास्त्री जी ने कहा कि सभी प्रकार के क्लेशों को समाप्त करनेवाला छः गुणों से युक्त भगवान के चरणारविन्द हैं। चरणारविन्द का आश्रय लेकर भक्त अपने सभी तापों को समाप्त कर देते हैं। उक्त विचार षष्ठपीठ श्री गोपाल मंदिर, चौखम्बा के प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस श्री कृष्णदत्त निरंजन जी शास्त्री ने व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि भगवान को प्रसन्न करने का साधन है अष्टांग योग के विधि से भगवान का चिन्तन करें। भगवान कपिल के द्वारा प्रगट सांख्य शास्त्र के माध्यम से जीव कल्याण को प्राप्त कर सकता है। विद्वानों के प्रवचन के क्रम में प्रो० माधव जनार्दन रटाटे जी ने अपने विचारों का वक्तव्य दिया। इसी क्रम में पष्ठपीठाधीश्वर गोस्वामी श्री श्याम मनोहर जी महाराज श्री एवं गोस्वामी प्रियेन्दु बावा श्री के आशीर्वचन प्राप्त भये ।
इस अवसर पर धनन्जय जी, अतुल शाह, प्रदीप अग्रवाल, आनन्द कृष्ण अग्रवाल आदि ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन विश्वम्भर पाठक ने किया। आज शयन में प्रभु श्री मुकुन्द राय व श्री गोपाललाल जी का दर्शन मंदिर में स्थित बगीचे में भव्य रूप से हुआ, जिसमें वैष्णवों ने जयकारा लगाकर दर्शन का लाभ लिया।
यह सूचना मीडिया प्रभारी अतुल शाह ने दी है।
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