मधेपुरा:टीपी कॉलेज में शुरुआती दौर से ही राजनीति शास्त्र में व्याख्याता के रूप में कार्यरत रहने वाले एवं शिक्षा मंत्री, कुलपति, सांसद आदि पदों पर रहे प्राचार्य महावीर बाबू के अभिन्न मित्र के रुप में प्रसिद्धि प्राप्त 93 वर्षीय प्रोफेसर डॉ. केएन ठाकुर का निधन भूपेंद्र चौक स्थित उनके निवास पर हो गया।
निधन का समाचार सुनते ही गुरुओं के गुरु डॉ. केएन ठाकुर के अंतिम दर्शन करने हेतु उनके निवास पर उनके शिष्यों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिनमें प्रमुख हैं- बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ.)आरकेपी रमण, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पूर्व प्रतिकुलपति डॉ.केके मंडल, पूर्व कुलसचिव प्रोफेसर सचिंद्र, समाजसेवी-साहित्यकार डॉ. मधेपुरी, टीपी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य द्वय प्रोफेसर सच्चिदानंद एवं डॉ. परमानंद यादव, वर्तमान प्राचार्य डॉ. कैलाश प्रसाद यादव, मैथिली के सुविख्यात प्रो.(डॉ.) जगदीश नारायण प्रसाद, जूलॉजी पीजी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार, डॉ. अमोल राय सहित विभिन्न महाविद्यालयों के व्याख्यातागण व प्राचार्यगण आदि।
18 अगस्त को मुजफ्फरपुर जिले के पैतृक गांव पताही में उनका पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। उनके ज्येष्ठ पुत्र बीएनएमयू के विकास पदाधिकारी डॉ. ललन अद्री ने परिजनों एवं ग्रामीणों के बीच उन्हें मुखाग्नि दी। डॉ. केएन ठाकुर राजनीतिक एवं धार्मिक घटनाक्रमों के इनसाइक्लोपीडिया माने जाते थे।