मशरुम मैन स्व इन्द्र मोहन सिंह की पांचवी पुण्यतिथि आज
किसानों को ट्रेनिंग देने जाते थे दूसरे प्रदेश
हजारों किसानों को दे चुके थे ट्रेनिंग
मशरुम के उत्पादन में बनायी थी अलग पहचान सीएम नीतीश भी कर चूके थे सम्मानित
बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: दिघवारा नगर।किस भाँति जीना चाहिए और किस भाँति मरना चाहिए ये सब हमें निज पूर्वजों से याद करना चाहिए। पद-चिन्ह उनके यत्न-पूर्वक खोज लेना चाहिए,निज पूर्व गौरव दीप को बुझने न देना चाहिए।कुछ ऐसा हीं गौरव दीप जलाकर वीरों की भूमि पर जन्में थे मशरुम मैन स्व० इन्द्र मोहन सिंह उनका जन्म सारण के ऐतिहासीक भूमि दिघवारा प्रखण्ड के मलखाचक गांव में हुआ था,
ये दिव्यांग थे मगर इनका दृढ संकल्प कहीं ज्यादा हीं बड़ा था।शायद इसका हीं परिणीति था,की वो संघर्ष भड़े जिंदगी में भी बिहार बदलने निकल पड़े थे,बिहार को गरीबी और कुपोषण मुक्त बनाने के संकल्प के साथ उन्होने हजारों की संख्या में युवाओं के मशरुम उत्पादन का ट्रेनिंग दिए,जिसके परिणाम स्वरुप बिहार में आज मशरुम के क्षेत्र में अनेकों उत्पाद केन्द्र मौजूद है,जिससे राज्य में रोजगार सृजन हो रहा है,जिसके बदौलत राज्य में सम्पन्नता आ रही है।
इनके काम के प्रभाव से मशरुम मैन स्व इन्द्रमोहन सिंह को सरकार ने चिन्हित किया और बिहार ईनोवेशन फौरम दो में इन्हें माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने एक लाख की धनराशी के साथ शॉल प्रसस्ती पत्र आदि से सम्मानित किए।अनेको मंच से सम्मानित मशरुम मैन को आज से पांच साल पहले इसी दिन एक अपराधी ने गोली मार डाली जैसे हीं लोग उन्हें लेकर अस्पताल गए डाक्टर ने उन्हें मृत घोषीत कर दिया और सारण जिले का यह लाल नहीं रहें मगर आज भी लोग उन्हें याद करते हैं।
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