मुंगेर: महात्माओं के सिद्धांतों का आत्मसार करें निश्चित रूप से जीवन का कल्याण होगा-परमहंस स्वामी निरंजनानंद सरस्वती….
बिहार न्यूज़ लाईव मुंगेर डेस्क: निरंजन कुमार की रिपोर्ट /पादुका दर्शन सन्यास पीठ में चल रहे आध्यात्मिक कार्यक्रम रामचरितमानस पाठ स्वामी गिरिशानंद के प्रवचन स्वामी माधवानंद के प्रवचन के पश्चात रविवार से चार दिवसीय कृष्ण आराधना झूलन उत्सव कार्यक्रम का शुरुआत हुआ. राखी पूर्णिमा तक चलेगी. कार्यक्रम में आए श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए जय हो जय हो मंत्र उच्चारण के बाद परमहंस स्वामी निरंजनानंद सरस्वती ने कहा कृष्ण आराधना का कार्य सन्यासपीठ में चल रहा है
जो राखी पूर्णिमा के दिन तक चलेगी यह उत्सव हर्ष उल्लास मस्ती का उत्सव है. कृष्ण जी प्रेम के अवतार माने जाते हैं उनके जीवन के आदर्श शिक्षा जनमानस के लिए अत्यंत जरूरी है जिससे जीवन की दुर्गति दूर होती है. कृष्ण जी की महिमा का व्याख्यान करते हुए स्वामी जी ने कहा कि भगवान कृष्ण का बचपन संघर्ष से पड़ा था उनका जीवन का हर पल संघर्ष से भरे हुए थे फिर भी श्री कृष्णा मुस्कुराते रहते थे और दिल की चोरी किया करते थे. आज इंसान एक छोटी सी परेशानी में आ जाते हैं तो अवसाद निराशा के शिकार हो जाते हैं. चिंतन करने लगते हैं .
परेशानी उन्हें घेर लेता है वही भगवान श्री कृष्ण जन्म के समय से ही संघर्ष और परेशानियों से घिरे रहे लेकिन उनके जीवन में अवसाद नहीं आया बल्कि वह लोगों के जीवन में प्रेम आनंद और संगीत बरसाते रहे यह सीख है जिसे हम मानव को सीखना चाहिए कि जीवन में जैसी भी परिस्थिति आए उसका मुकाबला करना चाहिए और हमेशा प्रफुल्लित शांत और संयम रहते हुए खुशमिजाज रहना चाहिए.
यह कहा कि महात्माओं के सिद्धांत का अनुसरण करने से निश्चित ही जीवन की दुर्गति दूर हो जाती है जीवन का कल्याण होता है.कार्यक्रम में आए कलाकार सुनील मिश्रा और अलका मिश्रा ने संयुक्त रूप से मेरा आ आपकी कृपा से सब काम हो रहा है…, मेरे सर पर रखकर दोनों हाथ…, हरे राम हरे रामा रामा रामा हरे हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे भजन पूरा माहौल भक्तिमय कर दिया.
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