*सरोवर के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान
* ब्राह्मणों ने मनाया घाटों पर श्रावणी पर्व
बिहार न्यूज़ लाईव पुष्कर/अजमेर डेस्क: (हरिप्रसाद शर्मा) तीर्थराज पुष्कर के पवित्र पुष्कर सरोवर के विभिन्न घाटों पर श्रावण की पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। इस मौक़े पर सरोवर के विभिन्न घाटों पर तीर्थ पुरोहित व वेदपाठी विघार्थियों ने श्रावणी का हेमाद्रि स्नान किया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज हज़ारों श्रद्धालुओं को श्रावणी पर श्रद्धापूर्वक करते देखा गया । सुबह से ही घाटों पर भीड़ नज़र आई ।
तीर्थ पुरोहितों, वेद पाठी बालकों समेत करीब एक हजार ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोचारण के बीच पुष्कर सरोवर में शारीरिक, मानसिक व आत्मशुद्धि के लिए दसविधि हेमाद्रि स्नान किया। यह श्रावणी उपाकर्म का आयोजन पुष्कर सरोवर के अलग-अलग घाटों पर किया गया। सरोवर के तट रामघाट पर पंडित सूरज नारायण जोशी, ब्रह्म घाट पर पंडित रामस्वरूप जोशी व गंगाधर पाराशर, चौड़ी पेड़ी घाट पर ब्रह्मा सावित्री वेद विद्यापीठ के आचार्य पंडित बृजेश शास्त्री और वराह घाट पर कथावाचक पंडित पवन राजौरिया, यूट्यूब पंडित रविकांत शर्मा के आचार्यत्व में श्रावणी उपाकर्म आयोजित किया गया।
इस दौरान तीर्थ पुरोहितों, वेद विद्यार्थियों व ब्राह्मणों बड़े-बुजुर्गों ने भी वैदिक विधि से प्रायश्चित संकल्प, सूर्याराधन, तर्पण, सूर्याप्रस्थान, अग्रिहोत्र व ऋषि पूजन किया। साथ ही गौमूत्र, गोबर, दूध, दही, शक्कर, भस्म, स्वर्ण, तूसा, फल आदि का अपने शरीर पर स्पर्श कर सरोवर में परपंरागत रूप से दसविधि हेमाद्री स्नान किया। इसके बाद पुरोहितों ने गायत्री मंत्र का जाप कर पुरानी जनेऊ का त्याग कर नई जनेऊ धारण की। विद्वान पंडितों का कहना है कि यज्ञोपवित धारण करने वाले व्यक्ति को प्रतिवर्ष श्रावणी कर्म करना चाहिए। कहा जाता है कि हेमाद्रि स्नान से आत्मशुद्धि होती है तथा तर्पण से पितरों की तृप्ति होती है।
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