*सनातन धर्म पर लगातार हमले इसलिए हो रहे है
बिहार न्यूज़ लाइव जयपुर डेस्क: जयपुर/(हरिप्रसाद शर्मा) राजस्थान की राजधानी जयपुर में विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय ने मंगलवार को प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए गए बयान को घटिया बताया। उन्होंने कहा कि मेरे पास एक तस्वीर है, जिसमें उदयनिधि स्टालिन पादरी के आगे घुटनों के बल बैठा हुआ है। एम के स्टालिन एक कंवर्ट ईसाई है। जिस व्यक्ति का धर्म बदल गया है, उसके लिए विवेकानंद ने कहा था कि जब देश में एक व्यक्ति का धर्म परिवर्तन होता है तो देश में एक देशद्रोही की संख्या बढ़ती है। सुरेश उपाध्याय ने कहा कि ये बात संघ या विश्व हिंदू परिषद नहीं कह रहा है, 175 साल पहले विवेकानंदजी ने कही थी।
सुरेश उपाध्याय ने कहा कि स्टालिन जैसे लोग हमारे लिए नए नहीं है। कोई ना कोई स्टालिन हमारे आगे बर्षों से खड़ा होता है, हम इन्हीं से लड़ रहे हैं। ऐसे एक नहीं हमारे आगे सैकड़ों स्टालिन है। हम इन्हें महत्त्व नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पर लगातार हमले इसलिए हो रहे हैं, क्योंकि हिंदू समाज खड़ा हो गया है। अब इन्हें पता चल गया है कि इनकी दाल गलने वाली नहीं है। आखिरी समय में आदमी ज्यादा फड़फड़ाता है, इसलिए ये शक्तियां खुद के बीच मतभेद होने के बाद भी एक झंडे के नीचे एकत्रित होकर हिंदू धर्म को खत्म करने के प्रयास में लग गई हैं। उन्होंने कहा कि हमें सबका ध्यान है, हम समाज और अपने संगठन की शक्ति के बल पर लड़ेंगे और जीतेंगे।
मणिपुर हिंसा को लेकर सुरेश उपाध्याय ने कहा कि मणिपुर या नॉर्थ ईस्ट के जो स्टेट बने हैं उनमे से किसी की भी आबादी 50 लाख नहीं है। यह सब राज्य असम से निकले हुए हैं। इन्हें राज्य बनाने के पीछे चर्च की योजना थी। जितने भी आतंकवादी जैसे कुकी, बोडो, नागा ये सब चर्च द्वारा पोषित थे और आतंकवाद फैलाते थे। अब उन पर लगाम कसी जा रही है।
सुरेश उपाध्याय ने कहा कि मिजोरम में रविवार को बाजार बंद रहता था और सब ईसाई चर्च जाते थे। जो लोग ईसाई नहीं हैं उनकी भी दुकानें बंद रखवाई जाती थीं। अगर, कोई दुकान खोलता था तो उसमें आग लगा देते थे। बाहर के लोगों को वहां जाने के लिए परमिट जारी होता है।
उन्होंने हा कि ये सब राज्य भारत के अंग है फिर भेदभाव क्यों? उन्होंने कहा कि ये सब सिर्फ चर्च का प्रोपेगेंडा है और ये सब इसलिए किया जा रहा है ताकि पूरे विश्व को ये बताया जा सके कि हिंदू पिछड़ा हुआ है और धर्म के नाम पर लड़ता है। पिछले 50 साल से यह संदेश और भाव पूरे विश्व में चलाया जाता रहा है। ऐसे में हिंदुओं को सभी मोर्चों पर लड़ने की आवश्कता है।
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