बिहार न्यूज़ लाइव अररिया: वरीय संवाददाता अंकित सिंह। अररिया। जिले के भरगामा थाना क्षेत्र के एक लड़की के साथ दुष्कर्म किए जाने के कई दिनों बाद भी आरोपी को भरगामा पुलिस नहीं पकड़ पाई है। मामले में पुलिस से इंसाफ ना मिलता देख रेप पीड़िता एवं उनके परिवार ने एक सप्ताह में अररिया के एसपी कार्यालय के सामने आत्महत्या करने की धमकी दी है।
मालूम हो कि बलात्कार पीड़िता एवं उनके परिवार के सदस्यों को रेपिस्ट के परिजनों द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पीड़िता ने जान-माल की सुरक्षा को लेकर एसपी को लिखित आवेदन देते हुए आईजी,डीजीपी,मुख्यमंत्री एवं गोपनीय शाखा पटना को प्रतिलिपि आवेदन प्रेषित किया है। बलात्कार पीड़िता का आरोप है कि बलात्कार के घटना को अंजाम देने वाले रेपिस्ट एवं उनके परिवार के सदस्य बाहुबली एवं ऊंची पहुंच एवं पैसा वाला है।
पीड़िता का आरोप यह भी है कि रेपिस्ट अपनी ऊंची पहुंच एवं पैसा के बल पर भरगामा थाना पुलिस को मोटी रकम देकर मेरे परिवार के सदस्यों पर झूठा अपहरण का मामला कांड संख्या 244/23 के तहत दर्ज करवाया है। जबकि भरगामा थाना में बलात्कार की घटना को लेकर मैं 6 सितम्बर 2023 को को ही आवेदन दिया हूं। लेकिन 6 सितम्बर को आवेदन देने के बाद भी मेरा प्राथमिकी 10 सितम्बर 2023 को कांड संख्या 245/23 दर्ज किया गया है।
पीड़िता का ये भी आरोप है कि 6 सितम्बर से लगातार भरगामा थाना का चक्कर लगा रही हूं। और 6 सितम्बर से ही भरगामा थाना पुलिस से मेडिकल जांच करवाने की मांग कर रही हूं। लेकिन भरगामा थाना पुलिस ने 12 सितम्बर को चौकीदार को घर पर भेज कर मेडिकल जांच करवाने के लिए बुलाया। आखिरकार क्यों घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भरगामा थाना पुलिस मेडिकल जांच करवाना चाहती है? यह तो जांच का विषय है। जबकि पीड़िता ने बताया कि 2 सितम्बर के रात्रि में ही पड़ोसी सहनशाह आजम जबरन चाकू दिखाकर बलात्कार किया है।
जबकि परिजनों ने बताया कि पीड़िता के साथ बलात्कार होने के बाद वह बेहोस हो गयी। जिसे हमलोगों ने आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में ईलाज करवाया। ईलाज करवाने के बाद 6 सितम्बर को पिड़िता ने घटना को लेकर भरगामा थाना में आवेदन दिया। पीड़िता एवं उनके परिजनों के अनुसार भरगामा थाना पुलिस मामला दर्ज करने के बदले उनके साथ टाल-मटोल करते रहा एवं डांट-फटकार कर उन्हें थाना से भगाते रहा। यहां तक कि बलात्कार पिड़िता का मेडिकल जांच भी नहीं करवाया। मामले को लेकर बलात्कार पिड़िता ने अपने परिवार के सदस्यों एवं परिजनों के साथ न्याय को लेकर भरगामा प्रखंड मुख्यालय में 11 सितम्बर मंगलवार को धरना पर बैठ गई।
जिसके बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी शशि भूषण सुमन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़िता को समझा बुझाकर धरना समाप्त करवाया। लेकिन आपको बता दें कि पीड़िता ने एसपी को आवेदन देने के साथ चेतावनी देते हुए ये भी कहा कि पुलिस ने अगर एक सप्ताह के अंदर आरोपी को नहीं पकड़ा और उन्हें न्याय नहीं दिलाया तो वे एवं उनके परिवार एसपी कार्यालय के सामने आत्म हत्या कर लेगी।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष: प्रभारी थानाध्यक्ष अजीत कुमार चौधरी से मिली जानकारी अनुसार पीड़िता के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मेडिकल जांच करवाने को लेकर पीड़िता को बार-बार बुलाया जा रहा है। लेकिन पीड़िता मेडिकल जांच करवाना नहीं चाहती है। उन्होंने ये भी बताया कि पीड़िता के परिजनों पर भी आरोपी के परिवार के सदस्य ने भरगामा थाना में आवेदन देकर कांड संख्या 244/23 के तहत अपहरण का मामला दर्ज करवाया है। मामला संदेहास्पद है। पड़ताल की जा रही है।
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