बिहार न्यूज़ लाइव अररिया डेस्क: वरीय संवाददाता अंकित सिंह। अररिया। लंबे समय से प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरगामा में अस्पताल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर संतोष कुमार की लापरवाही एवं अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। उक्त बातें पीड़ित मुन्ना मेहता ने कही। उन्होंने बताया कि क्षेत्रभर के मरीज इलाज के लिए हमेशा से ही परेशान होते रहे हैं।
लेकिन स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ अस्पताल प्रभारी का ड्यूटी समय में अस्पताल से गायब रहना और भरगामा हाट स्थित सावित्री कॉम्प्लेक्स में अपने निजी माँ क्लिनिक पर अवैध उगाही कर मरीजों का इलाज करना अब आम बात हो गई है। वहीं अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों एवं डाक्टरों की भी बड़े पैमाने पर लापरवाही से मरीज की मौत हो रही है। आगे उन्होंने बताया कि भरगामा अस्पताल से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं डॉक्टरों के गैर-मौजूदगी क्षेत्रभर में कुकरमुत्तों की तरह फैले झोलाछाप डॉक्टरों की मौज का कारण बन गई है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार पदाधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ..आपको बता दें कि भरगामा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी एवं डाक्टरों की लापरवाही मरीजों के परेशानी का सबब बन गई है। ऐसे में भरगामा अस्पताल में मरीजों को स्वास्थ्य लाभ ना मिल पाना चिंता का सबब बन गया है। वहीं क्षेत्रभर में फैले झोलाछाप डॉक्टर भी भरगामा अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी एवं डाक्टरों के ना मिलने का फायदा उठा रहे हैं। प्रखंड क्षेत्र भर के मरीजों को जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरगामा में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं डॉक्टर नहीं मिलते तो झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराना उनकी मजबूरी बन जाती है।
वहीं इसका फायदा झोलाछाप डॉक्टर विभिन्न बीमारियों से ग्रसित मरीजों का उल्टा सीधा इलाज कर मोटी फीस वसूल कर शोषण कर रहे हैं। इसके अलावा अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी भी मरीजों की देखभाल के स्थान पर खुद के कामों में ज्यादा व्यस्त नजर आते हैं। वहीं इलाज कराने पहुंचे मरीज के परिजन आलोक कुमार,देवकी देवी सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि मरीज की देखभाल के लिए तैनात नर्स अपने कार्यो में इतनी व्यस्त रहती है कि उन्हें मरीजों को देखभाल का भी समय नहीं रहता है।
इस अस्पताल में इलाज के नाम पर सर्फ और सिर्फ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं डॉक्टर,नर्स,कर्मी तथा बिचौलिए द्वारा खानापूर्ति की जा रही है। ताकि लोग डॉक्टर संतोष कुमार के निजी माँ क्लीनिक पर इलाज करवाये और उनके द्वारा बीमारी से ग्रसित मरीजों से मोटी रकम वसूली किया जा सके। जबकि सूत्र बताते हैं कि अस्पताल में ड्यूटी समय में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर संतोष कुमार की उपस्थित कुछ हीं पल की रहती है। जबकि इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. विधानचंद्र सिंह ने कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
Comments are closed.