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जमुई: तेज बारिश में भी शिक्षा विभाग के सचिव ने किया विद्यालय का निरीक्षण, लापरवाह शिक्षकों को लगाई फटकार..

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बिहार न्यूज़ लाइव जमुई डेस्क: मृगांक शेखर सिंह/जमुई

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक लगातार शिक्षा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। यही वजह है कि कई जिलों के विद्यालयों में पाठक लगातार कई औचक निरिक्षण कर रहे। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव शुक्रवार को जमुई पहुंचे। जमुई के एक स्कूल में जब के के पाठक ने अनियमितता देखा तो वहां के हेडमास्टर से कई तरह से सवाल कराना शुरू दिया। उसके बाद हेडमाकिस्टर पाठक से माफ़ी माँगने लगे और यह कहने लगे कि, सर बारिश हो रही थी इस कारण ऐसा हुआ। उसके बाद पाठक ने कहा कि – क्या करिएगा, बारिश में दस-दस मर्डर करवा दीजिएगा फिर कहिएगा कि सर बारिश हो रही थी।
दरअसल, शुक्रवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक जमुई जिले के विद्यालयों का निरीक्षण करने पहुंचे थे।इस दौरान वह जिले के गिद्धौर प्रखंड पहुंचे जहां उन्होंने लगातार कई विद्यालयों का निरीक्षण किया।इसी कड़ी में केके पाठक महुलीगढ़ उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहुंचे।विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति और उनको बैठने का तौर तरीका देखकर केके पाठक भड़क गए और उन्होंने विद्यालय प्रधान प्रकाश तांती को जमकर फटकार लगाई।
बताया जा रहा है कि, के के पाठक विद्यालय का निरीक्षण करने उत्क्रमित मध्य विद्यालय महुलीगढ़ पहुंचे, तो वहां एक ही कमरे में तीन-तीन कक्षाएं चलाए जाने को लेकर शिक्षा सचिव भड़क गए। उक्त विद्यालय में पूर्व से तीन कक्षाएं मौजूद थी तथा बाद में उसे अपग्रेड कर तीन और कक्षाएं बनाई गई।जिसमें कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होती है।लेकिन शिक्षा सचिव के निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि जो नए तीन कमरे बनाए गए हैं उनमें ताला लगा हुआ है तथा कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को पुराने भवन के तीन कमरों में पढ़ाया जा रहा है।इसके बाद उन्होंने विद्यालय प्रधान प्रकाश तांती को बुलवाया और इसका कारण पूछा।जिस पर विद्यालय प्रधान ने कहा कि सर बारिश होने के कारण आज शिक्षकों की उपस्थिति भी नहीं हो सकी है और बच्चे भी काम आए हैं। इसी कारण बच्चों को एक ही कक्षा में पढ़ा रहे हैं।जिस पर अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने विद्यालय प्रधान को फटकार लगाते हुए कहा कि बारिश का बहाना बना रहे हैं, क्या करिएगा दस-दस मर्डर करवा दीजिएगा और कहिएगा सर क्या करें बारिश हो रही थी।इसके बाद उन्होंने जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह को निर्देश दिया कि जिन भी लोगों ने विद्यालय का निरीक्षण किया है उनका वेतन बंद किया जाए।उक्त विद्यालय में पूर्व से तीन कक्षाएं मौजूद थी तथा बाद में उसे अपग्रेड कर तीन और कक्षाएं बनाई गई।जिसमें कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होती है।
विद्यालय प्रधान से स्कूल की स्थिति के बारे में बातचीत करने का प्रयास किया तब उनके द्वारा गोल मटोल जवाब दिया जाने लगा।थोड़े देर के बाद जब वह शिक्षक के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तब उन्होंने विद्यालय प्रधान के आगे हाथ जोड़ दिए और क्या की कर समझ में आ रही है सर विद्यालय में चार शिक्षक हैं सर और आज विद्यालय में कितने शिक्षक उपस्थित हैं। इसके बाद विद्यालय प्रधान ने भी उनके आगे हाथ जोड़ लिए. निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य शिक्षा सचिव काफी तल्ख तेवर में नजर आए और उन्होंने विद्यालय के शौचालय, रसोई घर, क्लासरूम सहित अन्य सभी कमरों का गहन निरीक्षण किया। दरअसल केके पाठक गुरुवार की रात जमुई दौरे पर पहुंचे। शुक्रवार को तेज बारिश में ही निरीक्षण करने के लिए जमुई के रतनपुर मध्य विद्यालय पहुंचे।उन्होंने स्कूल के क्लास रुम से लेकर शौचालय तक का निरीक्षण किया।परीक्षा की कॉपी देखी तो क्लास रुम में बच्चों से भी मिलने पहुंच गए। केके पाठक ने हेडमास्टर को हिदायत हुए कहा कि काम अच्छे से करिए नही तो वेतन रोक दिया जाएगा।बता दें विद्यालय में व्याप्त अव्यवस्था के कारण रतनपुर मध्य विद्यालय के हेडमास्टर का वेतन केके पाठक ने रोकने का आदेश दिया है। बहरहाल अपने तेवर के कारण चर्चा में रहनेवाले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक एक के बाद एक सख्त फैसले ले रहे हैं।उनके फैसले से शिक्षकों में हड़कंप है। शिक्षकों में बेचैनी है कि न जाने शिक्षा विभाग से कब कौन सा फरमान जारी हो जाए और उनकी नौकरी खतरे में पड़ जाए।केके पाठक ने अपर मुख्य सचिव का जिम्मा संभालते ही हर महीने स्कूल का निरीक्षण करने का आदेश जारी कर दिया और इसी क्रम में वे जमुई पहुंचे है।

 

 

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