बिहार न्यूज़ लाइव वरीय संवाददाता अंकित सिंह।अररिया। जिले के भरगामा प्रखंड में बने पंचायत सरकार भवन को पंचायत सचिवालय के रुप में परिणत करने की योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है। आपको बता दें कि मानुल्लाहपट्टी,शंकरपुर,खुटहा बैजनाथपुर पंचायतों में पंचायत सरकार भवन बनकर तैयार है,लेकिन उसमें राजस्व कर्मचारी के अलावे जेई,ग्राम कचहरी सचिव,तकनीकी सहायक,लेखापाल सहायक,पंचायत रोजगार सेवक,स्वच्छता पर्यवेक्षक,विकास मित्र यहां तक की सरपंच भी नहीं बैठते हैं। जबकि पंचायत सरकार भवन में पंचायती राज विभाग के अनुसार पंचायत स्तरीय सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को बैठना अनिवार्य है। बताया जाता है कि जमीन से संबंधित कार्यों के लिए ग्रामीणों को अंचल कार्यालय का दौड़ नहीं लगाना पड़े इसके लिए पंचायत सरकार भवन में राजस्व कर्मचारी को रोस्टर के अनुसार कार्यालय अवधि तक बैठने का प्रावधान है। लेकिन उक्त तीनों पंचायत सरकार भवन में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी के अलावे जेई,ग्राम कचहरी सचिव,तकनीकी सहायक,लेखापाल सहायक,पंचायत रोजगार सेवक,स्वच्छता पर्यवेक्षक,विकास मित्र यहां तक की सरपंच भी विभाग के इस नियम को ताख पर रख अपनी जगह पर रहते हैं। जबकि स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कार्यपालक सहायक,किसान सलाहकार को छोड़कर उक्त कोई भी कर्मी पंचायत सरकार भवन में ना आते हैं,ना हमलोगों को दिखते हैं। आपको बता दें कि शंकरपुर,खुटहा बैजनाथपुर,मानुल्लाहपट्टी के स्थानीय ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार राजस्व कर्मचारी के पंचायत सरकार में भवन में नहीं बैठने के कारण ग्रामीणों को जमीन से संबंधित किसी भी कार्यों के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। जबकि ग्रामीणों ने यह भी बताया कि पंचायत सरकार भवन में राजस्व कर्मचारी के अलावे जेई,ग्राम कचहरी सचिव,तकनीकी सहायक,लेखापाल सहायक,पंचायत रोजगार सेवक,स्वच्छता पर्यवेक्षक,विकास मित्र यहां तक की सरपंच भी नहीं बैठते हैं। कर्मियों के नहीं बैठने के कारण भवन की उपयोगिता नहीं हो पा रही है। जबकि जिला पंचायती राज विभाग अररिया के ज्ञापांक 1540 एवं एसडीओ के ज्ञापांक 419 में सख्त निर्देश है,कि राजस्व कर्मचारी,पंचायत सचिव,कार्यपालक सहायक,आवास सहायक,ग्राम कचहरी सचिव,तकनीकी सहायक,लेखापाल सहायक,पंचायत रोजगार सेवक,स्वच्छता पर्यवेक्षक,विकास मित्र,किसान सलाहकार सरपंच आदि को अपने-अपने पंचायत सरकार भवन में रोस्टर के अनुसार बैठना अनिवार्य है। लेकिन विभाग का इस आदेश को भी कर्मी नजरअंदाज कर आम जनता को परेशानी में डाल चुका है। वहीं इस संबंध में फारबिसगंज डीसीएलआर अंकिता कुमारी ने बताया कि पंचायत सरकार भवन से कार्यालय अवधि के दौरान बिना कोई सूचना के गायब रहने वाले राजस्व कर्मचारी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। अन्यथा रोस्टर के अनुसार अपने-अपने पंचायत सरकार भवन में कार्यालय अवधि तक बैठना सुनिश्चित करें।
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