बिहार न्यूज़ लाइव अररिया डेस्क: वरीय संवाददाता अंकित सिंह। अररिया। जिले के भरगामा प्रखंड क्षेत्र के जयनगर काली टोला में स्थित श्रीश्री 108 दक्षिणेश्वरी काली मंदिर में 03 नवंबर से 11 नवंबर तक नौ दिनों का भक्ति जागरण का भव्य आयोजन को लेकर तैयारी युद्ध स्तर पर है।
बता दें कि काली पूजा की तैयारी पूजा समिति द्वारा लगभग पूरी कर ली गई है। पूजा को लेकर प्रतिमा को रूप देने में मूर्तिकार जुटे हुए हैं। जयनगर पंचायत के काली टोला में मां काली की पूजा प्रतिमा स्थापना एवं प्राण-प्रतिष्ठा के साथ पूजा समिति द्वारा धूमधाम से पूजा कराने की परंपरा चली आ रही है। बताया जाता है कि काली पूजा में मंदिर में स्थापित मां काली की प्रतिमा का दर्शन कर क्षेत्र के लोग मनवांछित फल की कामना करते हैं। काली टोला में स्थापित काली मंदिर के पंडित तारानंद झा ने पूजा को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 1659 में मंदिर की स्थापना की गई थी। तब से मां काली की पूजा कराई जाती है। मां काली को स्वर्ण आभूषण से सुशोभित किया जाता है व पूरे विधि-विधान से मां काली की पूजा अखंड भक्ति भाव व विश्वास के साथ यहां संपन्न कराया जाता है।
व यहां काली पूजा के दौरान ग्रामीण स्तर पर मेले का भी आयोजन किया जाता है। जबकि काली पूजा को लेकर मंदिर के सक्रिय कार्यकर्त्ता रंजन चौधरी,समीर मिश्रा,आशीष झा,अजय झा,नीरज मिश्रा,धनंजय झा,ऋतिक झा,बिट्टू चौधरी,आलोक वत्स,बिट्टू झा,मुरारी वत्स,मनभावन,मन्नू,सन्नी,रोशन,गुलशन,केशव,राकेश सहित स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मंदिर का स्थापना वर्ष 1659 में मंदिर के वर्तमान पंडित तारानंद झा के पूर्वज बबुआ झा ने दक्षिणेश्वरी काली मंदिर कोलकाता से मिट्टी लाकर कोलकाता के हीं पंडित रामकृष्ण परमहंस के द्वारा कच्ची मंदिर का स्थापना किया था।
तब से हीं इस मंदिर का देखभाल,रखरखाव पूजा-पाठ इत्यादि उनके वंशज द्वारा किया जा रहा है। बताया जाता है कि इस मंदिर का पुनर्निर्माण वर्ष 2000 में कराया गया है। तब से हीं दीपावली के नौ दिन पहले से हीं इस मंदिर के प्रांगण में नौ दिनों का भक्ति जागरण का कार्यक्रम संध्या के 6 बजे से रात्रि के 11 बजे तक किया जाता है। तत्पश्चात दीपावली के दिन मंदिर के वर्तमान पंडित के छोटे भाई कलानंद झा द्वारा हजारों की संख्या में छागर,पाड़ा का बली प्रदान किया जाता है। बता दें कि यहां के स्थानीय ग्रामीणों सहित आसपास के लोगों का मानना है,कि इस मां काली के मंदिरों में जो भी भक्त सच्चे मन से अपने मुरादें लेकर आते हैं।
मां उनकी मुरादें को अवश्य पूरा करते हैं। वहीं काली पूजा को लेकर भरगामा थानाध्यक्ष आदित्य कुमार ने कहा कि प्रशासन हर उस जगह को चिन्हित कर रही है जहां भीड़-भाड़ ज्यादा होता है। इतना हीं नहीं उपद्रवी और शरारती तत्वों पर प्रशासन की कड़ी निगाह भी रहेगी।
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