सारण: सोनपुर मेला-2023 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु बड़ी संख्या में दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं बल रहेंगे प्रतिनियुक्त
सोनपुर मेला-2023 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु बड़ी संख्या में दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं बल रहेंगे प्रतिनियुक्त
*पूर्णिमा के अवसर पर हरिहरनाथ मंदिर में 26 को रात्रि 01:30 बजे से प्रारंभ होगा जलाभिषेक*
*मेला अवधि में मेला नियंत्रण कक्ष रहेगा 24 घंटे कियाशील*
*06158-221039 पुलिस सहायता केंद्र का नंबर जारी*
7250291099 पुलिस
सहायता केंद्र हेतु व्हाट्सएप नंबर भी जारी
फोटो 04 प्रेस वार्ता करते डीएम व एसपी
बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क:, छपरा कार्यालय। जिलाधिकारी अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक डों गौरव मंगला के द्वारा संयुक्त रुप से सोनपुर मेला-2023 के पूर्व दिवस पर सोनपुर मेला क्षेत्र में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मेला के सफल आयोजन हेतु विधि-व्यवस्था संधारण आदि की विस्तृत जानकारी दी गयी।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि कार्तिक पूर्णिमा 26.नवम्बर को अपराह्न 03.55 बजे से 27 नवम्बर को संध्या 02.47 बजे तक है। उदयातिथि के अनुसार श्री हरिहरनाथ मंदिर में जलाभिषेक 26नवम्बर के रात्रि 1:30 बजे से प्रारंभ होगा। मेला में नियंत्रण कक्ष 24X7 कियाशील रहेगा। इसमें पालीवार दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, विद्युत विभाग के अभियंता और स्वास्थ्य विभागीय चिकित्सक आदि की प्रतिनियुक्ति की गई है। पुलिस सहायता केंद्र के लिए 06158221039 नंबर जारी किया गया है।
इस नंबर पर किसी भी तरह के पुलिस सहायता के लिए फोन किया जा सकता है। पुलिस सहायता के लिए 7250 291 099 व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया गया है। सोनपुर मेला में 24 घण्टा निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। इसके लिए सोनपुर को हाजीपुर और शीतलपुर पावर ग्रिड से जोडा गया है । मेला क्षेत्र में 26 ट्रांसफार्मर सहित एक ट्रॉली ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की गई है। मेला में सोनपुर थानान्तर्गत कुल 21 अस्थायी पुलिस थाने बनाये गए हैं ।जिसमें से 13 थाने पूरी मेला अवधि में और 21 थाने दिनांक 25 से 29नवम्बर तक कार्यरत रहेंगे। स्नान के अवसर पर विभिन्न घाटों पर निगरानी रखने हेतु कुल 9 वाच टावर बनाये गये हैं जिन पर निगरानी हेतु
पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है।
पैदल गश्ती हेतु 26 सेक्टर तथा वाहन गश्ती हेतु 09 सेक्टर बनाए गए है। साथ ही नदी गश्ती की भी व्यवस्था की गई है। यातायात नियंत्रण हेतु कुल 33 ड्रॉप गेट बनाये गए हैं। हरिहर नाथ मन्दिर और विभिन्न स्नान घाटों यथा काली घाट, पुल घाट, सवाइच घाट, पहलेजा घाट आदि पर दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। घाटों पर सुरक्षित सीमा तक बैरिकेडिंग की गई है। घाटों पर साफ सफाई और शौचालय इत्यादि की व्यापक व्यवस्था की गई है। मेला क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर 90 अदद शौचालयों एवं 75 अदद महिलाओं के लिये वेंजिंग रूम की व्यवस्था की गई है। मेला में पूर्व से अवस्थित स्थायी चापाकल और स्टैण्ड पोस्ट जलापूर्ति के अतिरिक्त अस्थायी रूप से 65 अस्थायी चापाकल और 240 स्टैण्ड पोस्ट जलापूर्ति की व्यवस्था की गई है।
विभिन्न विभागों को निर्देशित किया गया है कि अपने विभागीय स्टॉल का उद्घाटन यथासंभव मेला के उद्घाटन के दिन ही करवाना सुनिश्चित करें। सफाई हेतु मेला क्षेत्र को जोन में बांट कर सफाई करवाई जायेगी। सफाई हेतु संवेदक का चयन किया गया है। मेला क्षेत्र के सड़कों की मरम्मत करवाई गई है। मेला क्षेत्र में अनुमंडलीय अस्पताल, सोनपुर के अतिरिक्त ? अस्थायी औषधालय 24X7 कार्यरत रहेंगे जिन पर चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टॉफ और एम्बुलेन्स की प्रतिनियुक्ति दवाओं के साथ की गई है।
दवाओं की आपूर्ति जिला दवा भंडार द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल, सोनपुर को किया जायेगा तथा अनुमंडलीय अस्पताल, सोनपुर अस्थायी औषधालयों को आवश्यकतानुसार दवाओं की आपूर्ति की जायेगी। मेला में आने वाले स्नानार्थियों, श्रद्धालुओं की चिकित्सा हेतु जिला से 9 राज्य सरकार द्वारा 4 कुल 13 एम्बुलेन्स और विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध कराया जायेगा। मेला में आने वाले पशुओं की चिकित्सा हेतु विभिन्न वार्डों यथा घोडा वार्ड, गाय वार्ड, भैंस वार्ड आदि में 8 अस्थायी पशु चिकित्सालय और । एम्बुलेट्री पैन 24X7 कार्यरत रहेंगे। पशु दवायें पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। मेला क्षेत्र में अग्निशमन के 08 (दो अतिरिक्त) वाहनों की व्यवस्था की गई है जिनसे मॉक ड्रिल की करवाया जा रहा है। प्रत्येक विद्युत ट्रांसफॉर्मर के पास Fire Extinguisher तथा फायर मैन की प्रतिनियुक्ति की गई है।
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