बिहार न्यूज़ लाईव भागलपुर डेस्क:*सुश्री जया किशोरी जी के मुखारविंद से सैकड़ो भक्तों ने भागवत कथा के प्रथम दिवस का आनंद लिया*
भागलपुर मंगलवार को श्री गुरु सेवा समिति के तत्वाधान में गौशाला में सुश्री जया किशोरी के मुखारविंद से भागवत कथा की शुरुआत हुई।ज्ञात हो कि 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ भागलपुर के श्री गौशाला में रोजाना दोपहर 3:00 बजे से संध्या 07:00 तक आयोजित किया जा रहा है।
जिसमें भारत की प्रख्यात भागवत आचार्य विद्वान जया किशोरी के द्वारा भगवान श्री कृष्ण के विभिन्न प्रसंगों पर आधारित श्रीमद् भागवत कथा का अमृत प्रदान किया जाएगा।
मंगलवार को मास के कृष्ण पक्ष के प्रथम दिवस से प्रारंभ प्रथम दिन की कथा की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। दीप प्रज्वलन श्री गुरु सेवा समिति के अध्यक्ष श्रवण बाजोरिया आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं एवं भागलपुर के महापौर वसुंधरा लाल, उप महापौर सलाउद्दीन, रमन शाह रामगोपाल पोद्दार आदि के द्वारा किया गया। कथा के प्रथम दिवस पर जया किशोरी ने भागवत कथा के महत्व पर चर्चा शुरू की।
जिसमें उन्होंने भागवत कथा के कुछ मुख्य बिंदु पर नजर देते हुए कुछ प्रसंग को व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि मनुष्यों को अपने जीवन में संयम धैर्य अनुशासन रखना चाहिए एवं दया करुणा का भी भाव दूसरों के प्रति रखना चाहिए। साथ ही साथ संयमित जीवन धैर्यवान रहकर अनुशासन में जीवन जीना हमें भगवत प्राप्ति कर सकता है।भागवत कथा भी हमें दूसरों के प्रति दया रखना करुणा रखना सिखाती है।
भागवत कथा के दौरान समय-समय पर ताली बजाने से भी हम भागवत में एकाग्रचित होने के साथ-साथ अपने को ऊर्जावान रख सकते हैं।
भागवत कथा के अंतर्गत कही गई बहुत सारी बातों में से कुछ एक बातें हम सबके लिए भी आवश्यक होती हैं जैसे अमृत हमें जीवन प्रदान करता है और अमृत का एक बूंद भी हमें अमरता की ओर ले जा सकता है। इसी प्रकार भागवत कथा की कही गई बातों में से कुछ बातों को भी धारण करने से हम अपना जीवन भगवत शरण में भगवत प्राप्ति के रूप में निर्वहन कर सकते हैं।
प्रवक्ता चाँद झुनझुनवाला ने बताया कि सुश्री जया किशोरी जी का भागलपुर में दूसरी बार आगमन हुआ है। प्रथम बार करीब 10 वर्ष पहले भगवान कृष्ण के अनन्य भक्त नरसी मेहता के जीवन पर आधारित नानी बाई का मायरा को प्रस्तुत करने तीन दिन के लिए भागलपुर पधारी थी।उस वक्त भी इनका आयोजन श्री गौशाला में आयोजित किया गया था और जगतगुरु सेवा समिति विश्व शांति ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में यह आयोजन किया गया था।
श्री गुरु सेवा समिति के अध्यक्ष श्रवण बाजोरिया ने बताया की भागवत कथा पंडाल के अंतर्गत सभी लोगों को बैठने की उचित व्यवस्था की गई है खासकर वृद्ध जनों को बैठने के लिए खास ख्याल रखा गया है एवं पंडाल का निर्माण कोलकाता के कलाकारों के द्वारा किया गया है यह भव्य पंडाल एवं साथ सजावट कोलकाता के कलाकारों के द्वारा की गई है। भागवत कथा के सातों दिन लोगों को आने-जाने में भागवत कथा सुनने में किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए कमेटी गठित की गई है जिसमें सभी बातों का ध्यान रखा गया है।
इस कथा में 51 जजमान बनाए गए हैं और सभी जजमानों के लिए 51 पंडित बनारस से आए हैं जो भागवत कथा के सातों दिन पूजन कार्य संपन्न करेंगे।साथ ही भागवत कथा के प्रथम दिवस से समापन दिवस तक रोजाना गौ सेवा ब्राह्मण सेवा कन्या सेवा भी की जाएगी। प्रवक्ता चांद झुनझुनवाला ने कहा कि आज प्रथम दिवस पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे जिसमें श्री गुरु सेवा समिति के सभी सदस्यों सहित सभी जजमान परिवारों सहित भागलपुर के सैकड़ो लोगों ने आज भागवत कथा का आनंद लिया।बुधवार को दुसरे दिवस को भी भागवत के महत्व पर प्रसंग की चर्चा होगी।
Comments are closed.