सारण: चित्रांश समागम में जुटी कई नामी गिरामी हस्तियां सभी ने एकजुटता पर दिया बल समाज के विकास में अहम योगदान देने का किया संकल्पित आह्वान
महत्वपूर्ण संमाचार
चित्रांश समागम में जुटी कई नामी गिरामी हस्तियां
सभी ने एकजुटता पर दिया बल
समाज के विकास में अहम योगदान देने का किया संकल्पित आह्वान
सैकड़ो चित्रांश व्यक्तियों को किया गया सम्मानित
फोटो 1 ,2 उद्घाटन करते अतिथि गण एवं अन्य,
समाजसेविका को सम्मानित करती प्रसिद्ध महिला चिकित्सक डॉ. दीपा सहाय
डॉ.विद्या भूषण श्रीवास्तव
बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: छपरा कार्यालय। चित्रांश समागम में कई नामी गिरामी हस्तियां पहुंचकर समाज की एकजुटतता पर विशेष बल दिया तथा सभी ने इस समाज को आगे बढ़ाने का संकल्पित आह्वान किया।
मौका था-कायस्थ परिवार द्वारा आयोजित डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जयंती समारोह -सह-चित्रांश सम्मान-2023।
विभिन्न क्षेत्रों से यथा सामाजिक,प्रशासनिक,राजनीतिक,शैक्षणिक, सांस्कृतिक,न्यायायिक खेलकूद ,पत्रकारिता एवं रचनात्मक गतिविधियों में महारथ हासिल करने वाले चित्रांश बंधुओ ने सैकड़ो की तादाद में उपस्थिय लोगो के बीच स्पष्ट रेखांकित किया कि राष्ट्र ,समाज एवं परिवार को समृद्ध करने एवं विकास की मुख्य धारा को अनवरत जारी रखने में चित्रांश महापुरुषो का अहम योगदान है।चाहे वह देश के संविधान निर्माण कराने, किसानों को विकसित करने,भारत मे दूसरी आजादी लाने ,तथा एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण करने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों को धरातल पर उतरवाने जैसे कार्य हो।देश हो या विश्व ,सभी जगह अध्यात्म ज्ञान देने का हो।सभी मे चित्रांश महापुरुषों ने एक अमिट छाप छोड़ी है जिसे भुलाना कठिन है ।चित्रांश महापुरुषों के कार्य,आदर्श एवं कर्तव्य को आतसात करने की अति आवश्यकता है ।खासकर इसे अमलीजामा पहनाने के लिए एक सकारात्मक सोच एवं ईमानदार कोशिश के साथ चित्रांश परिवार से जुड़े युवा पीढ़ी को आगे आने की सख्त जरूरत है अन्यथा हम दिन प्रतिदिन वोट पाने व लेने की मची होड़ के बीच जातीय राजनीतिक के तहत हम सभी हाशिये पर चले जायेंगे ।वैसे,भी हमारे समाज की गणना को बामुश्किल एकं राजनीतिक षड्यंत्र के तहत इसे उजागर कर दिया गया है।ऐसी परिस्थिति में हमे हर कदम पर एकजूट होने की जरूरत है। सीमित संसाधनों के बल पर हमें शिक्षा के माध्यम से आगे बढ़ना होगा। यह कितना दुर्भाग्य है कि छपरा जैसे छोटे शहर में हम सभी अलग अलग आधे दर्जन से ज्यादा समितियों एवं महासभा/मंचो के माध्यम से अन्य वर्गों एवं जातियों की तुलना कम होने के बावजूद बिखरे हुए है जिसे एकजुट करने के लिए चित्रांश युवा पीढ़ी का यह एक प्रयास सराहनीय है।अब इस प्रयास को निरंतरता बनाये रखा जाना चाहिए ।जिसमे सभी तरह का भेदभाव को नजरअंदाज कर सहयोग अपेक्षित है
सभी चित्रांश परिवारों को जोड़ने एवं एक साथ चलने के प्रति समर्पित संस्था रूपी मंच कायस्थ परिवार के द्वारा छपरा के सिटी गार्डन में देशरत्न ड़ॉ.राजेंद्र प्रसाद की 139 वीं जयंती सह चित्रांश सम्मान समारोह 2023 का आयोजन जिले में यह अपने तरह का एक दूसरा आयोजन था जिसमें क्षेत्र के चित्रांश परिवार के नामी गिरामी हस्तियों को सम्मानित करने के साथ-साथ डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन विधि मंडल के पूर्व सचिव अवधेश्वर सहाय, केंद्रीय इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के वरीय प्रोफेसर ड़ॉ.पंकज कुमार एवं नंद लाल सिंह कॉलेज ,जैतपुर-दाउदपुर के प्राचार्य ड़ॉ.के पी श्रीवास्तव के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया एवं उसके बाद विद्वानों ने डॉ राजेंद्र प्रसाद की जीवनी पर प्रकाश डाला । उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए ड़ॉ.पंकज कुमार ने कहा कि यह सारण की धरती महान विभूतियों की रही है जहां उन सभी के जीवन एवं आदर्शों से ले सकते है तथा इसे आत्मसात कर सकते है ताकि आने वाली पीढ़ी सही तरीके से जान सकें ।उन्होंने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि हमे काफी खुशी है कि आज की युवा पीढ़ी जागृत होकर इस समाज को एक जुट करने का बीड़ा उठाये हुए है।
राजेन्द्र कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ मृदुल कुमार शरण ने बताया कि जब राजेंद्र बाबू सोना दान के लिए लोगों का आह्वान किए थे तो छपरा कलेक्ट्रेट असीमित संख्या में लोग आकर के सोना दान करने के लिए खड़े हो गए । उन्होंने कहा कि राजेंद्र बाबू एक वेसे व्यक्ति थे कि उनके हर शब्द पर पूरा देश अमल किया करता था।
वरीय अधिवक्ता अवधेश्वर सहाय ने कहा कि देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र बाबू के योगदान को भुलाना कठिन है उनकी सादगी भरी विचार आज भी प्रासंगिक है।
प्राचार्य ड़ॉ के पी श्रीवास्तव ने राजेन्द्र बाबू के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे एक महान विभूति थे।
उन्होंने कहा कि कम समय मे युवा चित्रांश बंधुओ ने इस तरह के आयोजन कर एक अमिट छाप छोड़ दी है जिसे इसे अनवरत करने की आवश्यकता है तभी हम समाज के मुख्य धारा में बने रह सकते है अन्यथा हमे येन केन प्रकारेण हाशिये पर लाने की कोशिश कर दी गई है जो जातीय जनगणना इसका ज्वलंत उदाहरण सामने है।
इसमें मुख्य रूप से श्री चित्रगुप्त समिति, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, युवा फैडरेशन इत्यादि के सदस्यों ने भाग लिया । कार्यक्रम के मुख्य संयोजक अभिजीत श्रीवास्तव ने बताया कि सामाजिक, राजनीतिक, शिक्षा, मेडिकल, संस्कृति, खेलकूद एवं मीडिया के जुड़े ज्ञीमान व्यक्तियों को चित्रांश सम्मान से सम्मानित किया गया कार्यक्रम के आयोजक प्रिंस कुमार थे। कार्यक्रम के दौरान बीच-बीच में संस्कृतिक प्रोग्राम का भी आयोजन किया गया जिसमें मधुर क्षेत्रीय गीत संगीत को सुनकर लोग मंत्र मुक्त हो गए।
कार्यक्रम में मंच का संचालन मनीष कुमार सिन्हा एवं रूपेश नंदन के द्वारा किया गया।
छपरा मे कायस्थ परिवार के द्वारा लेखनी के देवता भगवान चित्रगुप्त और देश रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद के तैल चित्र पर मल्यार्पण तथा पुष्पांजलि के बाद दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ आयोजित देश रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद जयंती सह चित्रांश सम्मान समारोह में कायस्थ समाज के सभी विधाओ मे अग्रिम पक्ति मे खड़े हो रहे युवा सदस्यों और अनुभवी सदस्यों को सम्मानित किया गया।
सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने सभी कायस्थ संगठनो को एक जुट करने और संगठित होने की अपील की तथा डॉ. राजेंद्र प्रसाद की धरोहर को सम्भालने की अपील की तथा उनके जीवन के दिनों मे बिहार के लिए किए गए कार्य को याद करते सभी अपने जीवन मे अपनाने की अपील की। साथ ही उनके द्वारा सविधान के निर्माण और देश के लिए विभिन्न क्षेत्रों समायानुसार किए गए योगदान को भी सभा के सामने रखा।
समारोह को संबोधित करने वालो में डॉ एच के वर्मा,पारस नाथ श्रीवास्तव, साधना श्रीवास्तव, ड़ॉ बी के श्रीवास्तव, पशुपति नाथ अरुण, मुकुंद मोहन राजू,अमिताभ रमण, ड़ॉ साकेत सहाय, हैपी श्रीवास्तव, ड़ॉ प्रत्यूष रंजन, ड़ॉ ए के श्रीवास्तव, डॉ संदीप कुमार आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
इन सभी वक्ताओं सहित प्राचार्य संतोष कुमार ,डॉ. दीपा सहाय, शिक्षिका सरिता वर्मा,कुमारी समीक्षा,विश्वनेक समदर्शी,संदीप आनंद,उषा सिन्हा,शिशिर कुमार, शैलेन्द्र किशोर ,अनुराधा सिन्हा , स्टेशन अधीक्षक विनय कुमार, गौरव श्रीवास्तव के अलावा सभी क्षेत्रों के कई चित्रांश शामिल थे जिन्हें प्रशस्ति पत्र,शॉल एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
इस सम्मान समारोह मे खेल, शिक्षा, चिकित्सा, कला, संगीत, नृत्य,न्यायिक सेवा, पत्रकारिता, समाजसेवा सहित विभिन्न विधाओ मे चित्रांश बंधुओ द्वारा दिए गए योगदान को मंच से प्रोत्साहित करते हुए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम मे डॉ. हैप्पी श्रीवास्तव ने अपनी लोक गीत “आइह हो सैया सेनुरा बंगाल से और बता दे बबुआ लोगवा देत कहे गारी “ने सभा की समा को बांधे रखा जबकि बाल कलाकर समीक्षा सिन्हा तथा पलक सिन्हा ने भी अपनी विधाओं से सभा का मनोरंजन किया।
कार्यक्रम को अपनी मुकाम तक पहुचाने वालो सदस्यों मे एक अभिजीत सिन्हा ने कार्यक्रम की सफलता पर सभी चित्रांश बंधुओ को बधाई दी जबकि संयोजक राजेश कुमार सिंहा ने भी अब अगला कार्यक्रम और जोश के साथ आयोजित करने की बात कही। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में भूपेश नंदन,दिलीप कुमार, अजीत कुमार,अजय कुमार ,अनूप कुमार श्रीवास्तव, राजेश कुमार सिन्हा ,ब्रजेन्द्र किशोर,उदय कुमार श्रीवास्तव, राजू जी,मनोज श्रीवास्तव, कमल किशोर सहाय, टुन्ना जी हरि किशोर श्रीवास्तव, आर के दत्ता, आनंद मोहित,सुमन श्रीवास्तव, विनय मोहन श्रीवास्तव आदि प्रमुख थे।
कार्यक्रम की सफलता पर कार्यक्रम आयोजक प्रिंस राज ने सभी चित्रांश परिवार को बधाई दी तथा अपनी इसी एकजुटता को बनाए रखने की अपील की। प्रारम्भ में गौरव श्रीवास्तव ने श्री चित्रगुप्त वंदना प्रस्तुत की तथा कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत के साथ हुआ।
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