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भागलपुर: अजगैबीनाथ धाम का साहित्यिक सांस्कृतिक इतिहास का लोकार्पण

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अजगैबीनाथ धाम का साहित्यिक सांस्कृतिक इतिहास का लोकार्पण
नप चेयरमैन और मंदिर के महात्मा ने संयुक्त रूप से किया लोकार्पण
अजगैबीनाथ मंदिर व महर्षि मेंही आश्रम में पुस्तक को किया भेंट

फोटो सं- 1

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बिहार न्यूज़ लाइव भागलपुर डेस्क:  एस के झा,सुलतानगंज
अजगैबीनाथ धाम मंदिर परिसर में सोमवार साहित्य परिषद सुलतानगंज द्वारा प्रकाशित पुस्तक अजगवीनाथ धाम का साहित्यिक सांस्कृतिक इतिहास का लोकार्पण नगर परिषद चैयरमैन राजकुमार गुड्डू अजगैवीनाथ मंदिर परिसर में किया.

 

संपादक डॉ राजेन्द्र प्रसाद मोदी व सह संपादक देवेश कुमार पोद्दार ने बताया कि पुस्तक के मुख्य आकर्षण सुलतानगंज का गौरवशाली इतिहास, प्राचीन विक्रमशिला शिक्षा केन्द्र, सुलतानगंज रेलवे लाईन की खुदाई में मिली प्राचीन बुद्ध की ताम्र प्रतिमा जो अभी बरमिंघम इगलैड में है, बाबा अजगैवीनाथ मंदिर, सिद्धपीठ- तंत्र क्षेत्र, किन्नर आत्मकथा, भारत-चीन विवाद का असर – गंगा तट पर महासेतु का निर्माण, पवित्र श्मशान घाट, मुरली पहाड़, सुलतानगंज के प्राचीन नामों की पृष्ठभूमि, यक्षपोखर (जीछ पोखर), उत्तरवाहिनी गंगा की महत्ता, प्राचीन बौद्ध विहार, भगवान महावीर, जैन मंदिर, महर्षि मेंही आश्रम, गायत्री शक्तिपीठ, पुस्तकालय, साहित्य और साहित्यकार, नाट्यमंच व कलाकार, शिक्षा केन्द्र सहित सुलतानगंज के सैकड़ों शिक्षाविदो का जीवनवृत्त समाहित है. लोकार्पण पूर्व पुस्तक के सह संपादक देवेश कुमार पोद्दार व डॉ मनीष चौरसिया ने बाबा के शिवलिंग पर पुस्तक को चढ़ाकर पूजन-अर्चना की.

 

इस दौरान अजगैबीनाथ मंदिर के संत श्रीपंचदशनाम जूना आखाड़ा के संत कुमार नंद गिरी,विजय भारती,विजय गोस्वामी,लेखक संपादक डॉ राजेन्द्र प्रसाद मोदी व कई गण्मान्य मौजूद थे. वही लेखक संपादक एवं सह संपादक ने महर्षि मेंही आश्रम में जाकर मेंही बाबा को पुस्तक समर्पित किया.आश्रम के मुख्य संत रघुनंदन बाबा को चादर देकर सम्मानित किया गया.

 

 

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