बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: माँझी। संत धारणी की नगरी मांझी नगर पंचायत में शिव शिष्य परिवार द्वारा रविवार को शिव चर्चा का वार्षिक महोत्सव दलन सिंह उच्च विद्यालय सह इन्टर कालेज माँझी में सम्पन्न हो गया। अपने सम्बोधन में शिव शिष्य उदय जी ने बताया कि शिव को गुरु बनाने के लिए साहब श्री हरिंद्रानंद जी ने जन मानस को आसान सुत्र दिया। पहला सुत्र गुरु शिव से दया मांगनी है। शिव आप मेरे गुरु है।
आप मुझ पर दया कीजिए। दुसरा सुत्र एक दुसरे को बताना कि शिव मेरे गुरु है। आपके भी गुरु शिव हो सकते हैं। तीसरा सुत्र अपने गुरु शिव को नमःशिवाय मंत्र से प्रणाम निवेदित करना। इस सुत्र से कोई भी व्यक्ति भगवान शिव को गुरु बना सकता है। साथ ही इस जगत में जो प्राणी आया है उसे गुरु की जरूरत है, क्योंकि शिव आदि गुरु है। देवता के गुरु बृहस्पति भगवान के गुरु भी शिव थे। राक्षस के गुरु शुक्राचार्य के गुरु शिव थे। राम के गुरु वशिष्ठ मुनि के गुरु शिव ही हैं तो भगवान शिव हम सबों के गुरु क्यों नहीं यही बात हरेन्द्रानंद ने पुरे जन मानस को बताया। उन्होंने शिव को गुरु बनाकर जगत के एक-एक व्यक्ति को उनसे जोड़ने का सूत्र दिया और बताया कि शिव सचमुच ही गुरु हैं।
उक्त महोत्सव में राजद नेता सुधांशु रंजन पाण्डेय के अलावा दर्जनों लोगों ने शिव को अपना गुरु बनाया, जिनके नाम कि धोषणा उदय जी ने किया और सुत्र को बताया। इस अवसर पर सुधांशू रंजन ने शिव शिष्यों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया। शिष्यों ने सुत्र का पालन करने का संकल्प लिया। महोत्सव में स्थानीय शिव शिष्य मनोज प्रसाद, गणेश साह, ललन यादव, सुभाष मांझी, प्रेम नाथ मांझी, राजकुमार यादव, प्रवीण कुमार, चिन्ता देवी, मानती देवी, अनिता देवी, परमेश्वर राय के अलावा हजारों शिव शिष्य उपस्थित रहे।
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