समस्तीपुर: जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह के द्वारा खानपुर प्रखंड क्षेत्र में कई योजनाओ को जाँच करने आने कि सूचना पर वर्ष 19-20 की योजना वर्ष 2023 में कराए जाने से लोग हुए आक्रोशित।
समस्तीपुर: जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह के द्वारा खानपुर प्रखंड क्षेत्र में कई योजनाओ को जाँच करने आने कि सूचना पर वर्ष 19-20 की योजना वर्ष 2023 में कराए जाने से लोग हुए आक्रोशित।
योजना में तीन नंबर ईट लगाए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने कार्य को कराया बंद।
बिहार न्यूज़ लाइव समस्तीपुर डेस्क अर्जुन कुमार झा/समस्तीपुर/खानपुर प्रखंड क्षेत्र में कई योजना जाँच के लिये जिलाधिकारी महोदय के आने की सूचना पर विशनपुर आभी पंचायत के वार्ड 2 में योजना कार्य वर्ष 2019-2020 का कार्य वर्ष 2023 में भारी अनियमितता के साथ कराए जाने से दर्जनों की संख्या में आक्रोशित ग्रामीणों ने कार्य स्थल पर पहुंच कार्य को कराया बंद।प्राप्त जानकारी के अनुसार खानपुर प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत विशनपुर आभी पंचायत के वार्ड 2 में मुख्य सड़क से लेकर तिलकेश्वर पासवान के घर तक महज 3 फीट का खरंजा लगाये जाने में भारी अनियमितता को देखते हुए कार्य को ग्रामीणों के द्वारा रोक दिया गया है।
वही ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त सड़क में वर्ष 19-20 में आधा अधूरा कार्य कर पैसे की निकासी कर ली गई थी जो कार्य आज तक पूरा नहीं हुआ।वहीं पंचायत में आज दूसरी बार भी उक्त सड़क में पुनः दूसरी योजना संचालित कर बिना साइन बोर्ड लगाए ही भारी अनियमितता के बीच घटिया ईंट का प्रयोग कर 3 फीट खरंजा लगाया जा रहा था जो ईंट पूर्ण रूप से बालू रहित व घटिया है जो आपस में टकराने पर पूर्ण रूप से चूर-चूर हो जाता है।स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस पंचायत में योजना को लेकर आज तक एक भी साइन बोर्ड नहीं लगाया गया है और ना ही किसी योजना कि जानकारी लोगों को दी गई कि किस योजना से कितने की राशि से कौन-कौन से कार्य किए जाने हैं।ग्रामीणों ने कहा कि यहां सात निश्चय योजना के तहत पहले नाला का निर्माण कराया जाना था।जहां खरांजा व पीसीसी की कोई आवश्यकता नहीं थी क्योंकि मात्र तीन फीट की ग्रामीण गली है।
जहां खरंजा लगाया जा रहा है।ग्रामीणों ने पंचायत के मुखिया,पंचायत सचिव एवं उक्त वार्ड के वार्ड सदस्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि बिना योजना बोर्ड के ही सभी के मिली भगत से पंचायत में आधा अधूरा कार्य संचालित कर पैसे की पूर्ण रूप से निकासी कर लूट खसोट की जा रही है।जो सरकारी पैसे का बंदर बांट है।लेकिन जिम्मेदार पदाधिकारी ने किसी भी योजना पर आज तक कभी ध्यान देना मुनासिब नहीं समझे।जिसका खामियाजा है कि सरकार की योजना धरातल पर कम और पेपर के पन्नों में ज्यादा दिखाई दे रही है।यही कारण है कि वर्ष 2019-20 की योजना है।
एक चौकाने वाली बात यही है कि जिलाधिकारी के पंचायत आने की सूचना मिलने पर वार्ड सदस्य के द्वारा वर्ष 2023 में कराया जा रहा है।ताकि जिलाधिकारी के समक्ष ग्रामीणों का मुंह बंद हो सके और पंचायत जनप्रतिनिधि एवं प्रखंड पदाधिकारी योजनाओं की पैसे का बंदरबांट कर सके और पंचायत कि लूट खसोट योजना का शिकायत पदाधिकारी तक नहीं पहुंच सके।यही तो खानपुर प्रखंड प्रसासन की बिडमना है।
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