बिहार न्यूज़ लाइव अररिया डेस्क वरीय संवाददाता अंकित सिंह। अररिया। जिले के भरगामा प्रखंड के सिमरबनी पंचायत के वार्ड 08 स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में निर्माणाधीन एपीएचसी की दीवार धाराशायी होने के मामले में 19 जनवरी गुरुवार को कई अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण किया। बता दें,कि 10 जनवरी बुधवार को इस निर्माणाधीन अस्पताल की दीवार धाराशायी हो गया था। जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों सहित जनप्रतिनिधियों ने डीएम सहित सीएस को इस बात की जानकारी देते हुए निर्माणाधीन अस्पताल के समीप खूब हो हंगामा किया था। ज्ञात हो,कि इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किए जाने पर जिला प्रशासन हरकत में आयी और तेज रफ्तार से जांच शुरू कर दी। बताया जाता है,कि सबसे पहले इस निर्माणाधीन अस्पताल की जांच फारबिसगंज कार्यपालक दंडाधिकारी मधु कुमारी ने किया। उसके बाद इस निर्माणाधीन अस्पताल की जांच भरगामा बीडीओ शशि भूषण सुमन ने किया।
उसके बाद गुरुवार को नरपतगंज के प्रभारी चिकत्सा पदाधिकारी ओमप्रकाश मंडल,रानीगंज के एमओआईसी डॉ. रोहित कुमार झा,फारबिसगंज के एमओआईसी राजीव कुमार प्रसाद व ब्लॉक एक्सटेंशन एजुकेटर पंकज कुमार द्वारा संयुक्त जांच किया गया। जांच को पहुंचे अधिकारियों ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया,कि उक्त निर्माणाधीन अस्पताल में संवेदक के द्वारा मानक के विपरीत एवं घटिया सामग्री का उपयोग कर कार्य किये जाने को लेकर ग्रामीणों द्वारा सीएस से शिकायत किया गया था। जिसके बाद सीएस के निर्देश पर हमलोगों द्वारा संयुक्त जांच किया गया है। उन्होंने बताया,कि जांच के दौरान सभी सामग्री का सैंपल कलेक्ट किया गया है। और उक्त सैंपल एवं जांच रिपोर्ट को जिला भेजा जायेगा। उसके बाद संवेदक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं ग्रामीणों ने जांच अधिकारियों को बताया,कि उक्त अस्पताल में मानक के विपरीत एवं घटिया सामग्री से कार्य किये जाने को लेकर कई बार विधायक,डीएम सहित सीएस से शिकायत किया गया। लेकिन अब तक इस मनमौजी संवेदक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसके कारण संवेदक द्वारा धड़ल्ले से मानक के विपरीत एवं घटिया ईंट व लोकल उजला बालू एवं कम मात्रा में सीमेंट व मिट्टी युक्त गिट्टी से कार्य किया जाता है। जिसके कारण हीं इस निर्माणाधीन अस्पताल की दीवार धाराशायी हो गया है। लोगों ने ये भी बताया,कि स्थानीय विधायक जयप्रकाश यादव द्वारा ग्रामीणों की शिकायत पर कार्य पर रोक लगा दिया गया था।
लेकिन संवेदक सुमित संस्कृत्यान ने विधायक के आदेशों की भी धज्जियां उड़ाते हुए निरंतर मानक के विपरीत घटिया सामग्री से कार्य जारी रखा। जिसके बाद 10 जनवरी को निर्माणाधीन अस्पताल की दीवार धाराशायी हुई तो प्रशासन की नींद खुली और अनियमितता सामने आयी। बता दें,कि जांच टीम ने अधिक जानकारी के लिए निर्माणाधीन अस्पताल से संबंधित अस्पताल निर्माण स्थल पर बोर्ड खोजा तो जांच टीम को दूर-दूर तक किसी प्रकार का कोई बोर्ड नजर नहीं आया। जिसके बाद जांच टीम खासा नाराज दिखे।
और संवेदक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की बात कही। इस मौके पर जिला परिषद प्रतिनिधि माधव यादव,वर्तमान सरपंच प्रतिनिधि कुणाल पासवान पूर्व सरपंच रामदेव यादव,वीरेंद्र मंडल,सुधाकर मंडल,चुन्ना मंडल,पिंटू यादव सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।