*हाथी घास से होगा बायोकोल का उत्पादन*
तरैया
बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: प्रखंड के चंचलिया पंचायत के चंचलिया दियर में बायोकोल फैक्ट्री की स्थापना हेतु शुक्रवार को MCL कंपनी के इंजीनियर द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के क्रम में MCL कंपनी के इंजीनियर प्रवीण मोर्या ने कहा कि मीरा क्लीन फ्यूलस लिमिटेड मुंबई की संयुक्त उपक्रम धरतीकेयर फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड एवं धुरी ऑर्गेनिक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मढ़ौरा अनुमंडल के तरैया प्रखंड के चंचलिया में बायोकोल की फैक्टरी लगाने के लिए जमीन चिन्हित किया गया।
निरीक्षण के दौरान धरती केयर फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड के सीईओ धुरेन्धर राय,निदेशक डाo विक्रमा प्रसाद यादव,ग्राम उद्योजक सुरेन्द्र यादव, शिवशंकर प्रसाद,सुभाष श्रीवास्तव,विकास कुमार,लालबाबू राय,धर्मेंद्र कुमार, भानु प्रताप के साथ चंचलिया ग्राम पंचायत के मुखिया नन्द किशोर साह,पूर्व मुखिया प्रतिनिधि कृष्णा गुप्ता,डा. शशिभूषण यादव,अशोक गुप्ता, जितेंद्र गुप्ता,शंभू प्रसाद यादव, अशोक यादव,धर्मेन्द्र यादव, अश्वनी कुमार,मनोज ओझा, रामचंद्र राम,मैनेजर राय, राजेंद्र राय सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।धरती केयर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सीईओ धुरेंद्र राय ने कहा कि बायोकोल फैक्टरी की स्थापना से प्रखण्ड के किसानो की आय बढ़ेगी।बायोकोल बनाने के लिए नेपियर घास का उत्पादन किसानो द्वारा किया जायेगा जिससे प्रति एकड़ 2 लाख रुपया प्रति वर्ष किसान प्राप्त करेंगे।
साथ ही 50 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा एवं 250 से अधिक लोग अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार पाएंगे।नेपियर वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड ऑब्जर्ब कर प्रकाश संश्लेषण द्वारा जमीन में नाइट्रोजन फिक्सेशन करता है जिससे ग्लोबल वार्मिग जैसे गंभीर समस्या को कम किया जा सकता है।एमसीएल कम्पनी द्वारा 50 करोड़ की लागत से बायो सीएनजी संयंत्र की स्थापना प्रस्तावित है जिसका कार्य अगले वित्तीय वर्ष से शुरु होगा।