बिहार न्यूज़ लाइव जयपुर डेस्क: जयपुर/(हरिप्रसाद शर्मा)मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने मंगलवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देते हुए पूर्ववर्ती सरकार को जमकर घेरा। मुख्यमंत्री ने करीब 2 घंटे के अपने जवाब में पेपर लीक, भ्रष्टाचार और महिला अपराधों सहित कई मुद्दों पर पूर्ववर्ती सरकार को घेरा। उन्होंने कांग्रेस विधायकों के पर्ची सरकार के बयान पर भी तंज कसा और कहा कि पिछली सरकार में बिना सेवा, बिना पानी और बिना खर्ची के कोई काम नहीं होता था। प्रीपेड सेवा चालू हो गई थी। इतने ले आओ इतने में काम हो जाएगा। बिना सेवा के कोई काम नहीं होता था। वह खर्ची की सरकार थी।
उन्होंने विपक्ष के पर्ची की सरकार के बयान पर कहा कि यह सरकार न पर्ची की है और न ही खर्ची की है। यह सरकार धरती और धरती पुत्रों की है। इससे पहले उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने अभिभाषण के जरिए हमारी सरकार का रोड मैप रखा है। मैं राजस्थान की जनता को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने हमारी सरकार को बहुमत देकर हमें सेवा का अवसर दिया है। उन्होंने सांगानेर की जनता का भी आभार व्यक्त किया।
*500 साल का इतिहास 84 सेकंड में सिमट गया
मुख्यमंत्री ने अपने जवाब की शुरुआत में राम भगवान की महिमा का गुणगान किया। उन्होंने शहीद दिवस पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी रामभक्त थे। उनका भजन था रघुपति राघव राजा राम और पायोजी मैंने राम रतन धन पायो..। रामराज्य गांधी जी का सपना था। संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर ने भी संविधान में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी का चित्रण किया। सदियों के संघर्ष और राम भक्तों के बलिदान के बाद यह सपना साकार हुआ है। 500 साल का इतिहास 84 सेकंड में सिमट गया।
जनता इन्हें पूरी तरह से नकार देगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री राम की मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को भी विपक्ष के सदस्य राजनीतिक चश्मे से देख रहे हैं। जिन्होंने राम और रामसेतु को काल्पनिक बताकर नकार दिया था।उनको जनता ने भी नकार दिया है। आने वाले समय में चुनाव में जनता इनको पूरी तरह से नकारेगी। उन्होंने विधायकों से कहा कि राजस्थान की जनता ने हम सभी को इस पवित्र मंदिर में भेजा है। यहां का एक-एक मिनट बहुत कीमती है।
*महिला अपराधों ने राजस्थान को शर्मसार किया
पूर्ववर्ती सरकार के समय हुए महिला अपराधों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान मीराबाई की धरती है, यह पन्नाधाय की भूमि है, यह मां अमृता देवी की धरती है। जिस प्रदेश को महिला सम्मान के लिए जाना जाता था। उस प्रदेश को महिला अपराध के चिंताजनक आंकड़ों से शर्मसार होना पड़ा। गहलोत सरकार ने राजस्थान महिला अपराध देश में पहले स्थान पर था। दुख की बात है, यह जब सरकार का इस ओर ध्यान आकर्षित किया गया तो मुखिया ने यह कहकर शर्मसार किया कि महिला दुष्कर्म के ज्यादातर मामले झूठे होते हैं। इससे अपराधियों के हौसले बुलंद हुए। यही कांग्रेस सरकार के सीनियर मंत्री सदन में कहते हैं-राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। मुखिया को यह बातें सुनाई नहीं दी, यह सबसे बड़ी शर्म की बात है। जब जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई महिलाओं के साथ दुष्कर्म और अपराध बढ़े हैं। मुख्यमंत्री ने भंवरी देवी कांड का उल्लेख किया और कहा कि हमारी सरकार महिला की सुरक्षा का संकल्प लेकर चल रही है।
*कानून का राज कहने और होने में बड़ा अंतर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का राज कहने और होने में बड़ा अंतर होता है। करौली की घटना मुझे आज भी याद है जब जुलूस पर हमला हुआ। उदयपुर में कन्हैयालाल का क्या हाल किया, इससे पूरी दुनिया में प्रदेश की छवि को आघात लगा। जयपुर में एक युवक की हत्या के बाद उसको सांप्रदायिक रंग देकर माहौल खराब करने का काम किया गया।तुष्टीकरण के आधार पर फैसला हो तो कानून और संविधान बौना हो जाता है। कई बड़ी घटनाओं पर प्रसंज्ञान नहीं लिया गया।
*प्रदेश संविधान और कानून से चलेगा तुष्टीकरण से नहीं
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाया कि आपराध मुक्त राजस्थान बनाना हमारी सरकार का सबसे बड़ा संकल्प है। सरकार आते ही हमने मिशन मोड पर काम शुरू कर दिया है। अब प्रदेश संविधान और कानून से चलेगा, तुष्टीकरण से नहीं। हमारी सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था को मजबूत करेगी और आमजन में विश्वास और अपराधी में डर को वापस स्थापित करेगी।
*माफिया से सांठगांठ, पुलिस पर होते रहे हमले
मुख्यमंत्री ने कहा कि गहलोत सरकार के समय गैंगस्टर के हौसले इतने बुलंद थे की जेल से ही उन्होंने अपना रैकेट शुरू कर दिया। प्रदेश में कहीं भी है किसी को भी मारकर या धमकाकर चले जाते थे। पूर्ववर्ती सरकार में खनन माफिया के हौसले बुलंद थे ।आए दिन पुलिस पर हमला होता था। उनके समय में थानेदार पीटते थे, पुलिस बार-बार पिटकर आती थी। पुलिस मजबूर थी क्योंकि वहां के भूमाफिया की सरकार के सांठगांठ थी। हमारा संकल्प है कि जो भ्रष्टाचार करेंगे, उन्हें नहीं छोड़ेंगे और जो सिफारिश करेगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
*विपक्ष को मेरा मुख्यमंत्री बनना अच्छा नहीं लगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं तो गांव के ऐसे छोटे परिवार का व्यक्ति हूं। जिसका जीवन अभाव में गुजरा। मेरा मुख्यमंत्री बना शायद ठीक नहीं लगा, इसलिए कह रहा हूं। लेकिन यह भारतीय जनता पार्टी है । मेरे मुख्यमंत्री बनने से पहले या मुख्यमंत्री बनने के बाद, बूथ अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक किसी ने कोई बयान दिया हो तो बता दो। यही है हमारी पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र। उन्होंने शायरी भी पढ़ी कि औरों के ख्याल की तलाशी लेते हैं अपने गिरेबान में झांक नहीं जाता।
*पेपर लीक पर गहलोत सरकार की बखिया उधेड़ी
पेपर लीक पर मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकार की बखिया उधेडी। उन्होंने कहा कि पेपर लीक की घटनाओं ने प्रदेश को पूरे देश में कलंकित कर दिया। जिस प्रदेश का युवा पूरे दुनिया भर में जाकर परचम लहराता था , उसे अपने प्रदेश में ही पेपर लीक के अन्य का सामना करना पड़ा। संवैधानिक संस्था आरपीएससी को लज्जित करने का काम पूर्ववर्ती सरकार ने किया, लेकिन अब युवाओं के साथ कभी धोखा बर्दाश्त नहीं होगा। कुछ सदस्यों ने पेपर लीक की जांच एसआईटी की जगह सीबीआई से कराने की मांग की थी। अगर जरूरत पड़ी तो इनकी जांच सीबीआई से भी करवाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद 7 जनवरी और 21 जनवरी 2024 को दो परीक्षाएं करवा दी गई हैं।पेपर लीक मामले में प्रभावी कार्रवाई करते हुए 25 वांछित लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पिछली सरकार ने भ्रष्टाचार को संरक्षण देने के लिए सीबीआई को जांच के लिए मंजूरी नहीं दी, लेकिन हमने सीबीआई को फिर से जांच की अनुमति दे दी है।
*कौनसी चक्की का आटा खाते हैं
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गोविंद सिंह डोटासरा पर तंज कसा और बोले वह कौन सी चक्की का आटा खाते थे, कौन सा पानी पीते थे, जो एक ही परिवार के तीन-तीन चार-चार लोग आरएएस परीक्षा में सलेक्ट हो गए। नंबर भी सबके एक समान आए। उन्होंने कहा कि लक्ष्मणगढ़ से आने वाले विधायक की चर्चा मैं सुन रहा था। वह कह रहे थे केवल एक एलडीसी के पेपर की जांच हुई है जो हाई कोर्ट से संबंधित है। सदन के माध्यम से जानकारी देना चाहता हूं कि हम हर पेपर लीक की जांच करवा रहे हैं।
*प्रदेश को आर्थिक आपातकाल की ओर धकेला
प्रदेश में बिगड़ आर्थिक हालात पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने प्रदेश को आर्थिक आपातकाल की ओर धकेल दिया है। पिछली सरकार ने न धन का प्रबंध किया न ही सदुपयोग। जल जीवन मिशन का जो पैसा केंद्र से आया था उसका 50% भी उपयोग नहीं हो पाया। आज प्रदेश पर 5 लाख 78 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है।
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