:ईमानदारी एवं सरलता की प्रतिमूर्ति थे जननायक : कुलपति
बिहार न्यूज़ लाइव मधेपुरा डेस्क: रिपोर्ट :रंजीत कुमार मधेपुरा भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में शनिवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम अतिथिशाला स्थिति जननायक कर्पूरी प्रतिमा स्थल (प्रस्तावित) पर पुष्पांजलि की गई। तदुपरांत केन्द्रीय पुस्तकालय सभागार, प्रशासनिक परिसर (ओल्ड परिसर) में परिचर्चा एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. बी. एस. झा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ईमानदारी एवं सादगी की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने कहा कि व्यक्ति की पहचान उसके चरित्र से होती है। उसके कपड़े से नहीं होती है। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर मनसा, वाचा एवं कर्मना समाजवादी थे। उन्होंने कभी भी परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दिया। उन्होंने किसी विशेष जाति या वर्ग के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज एवं राष्ट्र के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर का संपूर्ण जीवन हमारे लिए एक आदर्श है। उनके विचारों एवं कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। हम उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं, यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कुलपति ने कहा कि मधेपुरा समाजवाद एवं सामाजिक न्याय का की धरती है। उनका यह सौभाग्य है कि उन्हें इस महान धरती पर महामना भूपेंद्र नारायण मंडल के नाम पर विश्वविद्यालय की सेवा का अवसर मिला है। इसके लिए वे महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आभारी हैं। वे इस विश्वविद्यालय में भूपेंद्र नारायण मंडल एवं कर्पूरी ठाकुर के विचारों को आगे बढ़ाने का हरसंभव प्रयास करेंगे।
कुलपति ने कहा कि वे सभी कार्य नियम-परिनियम के अनुरूप समयबद्ध रूप में करने की हरसंभव कोशिश करेंगे। इसमें सभी पदाधिकारियों, संकायाध्यक्षों विभागाध्यक्षों, प्रधानाचार्यों, शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों का सकारात्मक सहयोग अपेक्षित है। सबों को मिलकर इस विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाना है और सरकार एवं समाज की अपेक्षाओं को पूरा करना है।
डीएसडब्ल्यू प्रो. नवीन कुमार ने कहा कि हम सबों को मिलकर कर्पूरी ठाकुर के विचारों एवं कार्यों को आगे बढ़ाने की जरूरत है। पार्वती विज्ञान महाविद्यालय, मधेपुरा के प्रधानाचार्य सह सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डाॅ. परमानंद यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक माहौल बनाना ही कर्पूरी ठाकुर के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। पूर्व कुलसचिव प्रो. शचीन्द्र ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर आम जनता से जुड़े जमीनी नेता थे। वे समाजवाद को जीते थे। अभिषद् सदस्य डॉ. जवाहर पासवान ने कहा कि जो समाज के लिए कार्य करते हैं, उन्हें देर-सबेर सम्मान अवश्य मिलता है।
विषय प्रवेश करते हुए कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव ने कहा कि कर्पूरी मात्र पिछडों के नेता नहीं थे, बल्कि वे पूरे समाज एवं राष्ट्र के नेता थे। अतिथियों का स्वागत कुलसचिव प्रो. मिहिर कुमार ठाकुर ने कहा कि विश्वविद्यालय में कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा भूपेंद्र नारायण मंडल की प्रतिमा के सामने लगाई जाएगी।
कार्यक्रम का संचालन मधेपुरा यूथ एसोसिएशन (माया) राहुल यादव ने किया। धन्यवाद ज्ञापन उपकुलसचिव स्थापना डॉ. सुधांशु शेखर ने किया।
इस अवसर पर विकास पदाधिकारी डॉ. ललन प्रसाद अद्री, डॉ. अंकेश गोप, सुधांशु कुमार, अरमान अली आदि उपस्थित थे।
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