कालाजार उन्मूलन अभियान-
जिले को कालाजार मुक्त बनाने को लेकर बनाई जा रही विशेष रणनीति:
सदर अस्पताल स्थित सेंटर फॉर एक्सीलेंस में पीकेडीएल के मरीजों का हो रहा इलाज: सिविल सर्जन
बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: जिलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश में कालाजार से जल्द मिलेगी मुक्ति: डॉ दिलीप
विगत 10 साल में मिले 5316 कालाजार मरीजों का किया जा रहा है अनुश्रवण: वीडीसीओ
छपरा, 19 फरवरी।
जिले में कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। जिसको लेकर विगत दिनों कालाजार के नए मरीजों की खोज के लिए विशेष रूप से अभियान चलाया गया था। जिसमें कालाजार बीमारी से प्रभावित इलाकों में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर सर्च अभियान चलाया गया। जिसमें कालाजार के लक्षण वाले संदिग्ध मरीजों को चिह्नित करते हुए उनकी जांच कराई गई। हालांकि, यह अभियान 2021 से 23 के बीच मिले कालाजार के नए मरीजों के आधार पर चलाया गया। ताकि, कालाजार संक्रमण प्रसार की संभावना को जल्द से जल्द खत्म किया जा सके। साथ ही, कालाजार मरीजों और उनके परिजनों में भी बीमारी के लक्षणों की जांच कराई गई।
सदर अस्पताल स्थित सेंटर फॉर एक्सीलेंस में पीकेडीएल के मरीजों का हो रहा इलाज: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि जिले में कालाजार के मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जाता है। हालांकि इसके पहले सुविधाओं की कमी के कारण पीकेडीएल के मरीजों को पटना रेफर करना पड़ता था। लेकिन, पिछले साल से सदर अस्पताल परिसर स्थित सेंटर फॉर एक्सीलेंस (सीओई) की स्थापना की गई। जहां पर कालाजार के साथ साथ पीकेडीएल के मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है। सीओई के स्थापना से यहां के मरीजों को काफी सहूलियत हो रही है। क्योंकि अब उन्हें बोन मैरो व अन्य जांच के लिए पटना नहीं जाना पड़ता है। जिले के दक्ष चिकित्सक व स्टाफ नर्सों को तैनात किया गया हैं, जो मरीजों का इलाज करते है।
जिलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देश में कालाजार से जल्द मिलेगी मुक्ति: डॉ दिलीप
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी अमन समीर व स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देश के आलोक में जिले में कालाजार उन्मूलन के लिए विशेष रणनीति तैयार की जा रही है। जिसके तहत जिले में 2013 से जुलाई 2023 तक के मरीजों की लाइन लिस्टिंग करते हुए कालाजार के संक्रमण प्रसार को समझा जा रहा है। उसके बाद प्रभावित गांवों में घर घर दवाओं के छिड़काव के पूर्व विशेष प्लान बनाकर कालाजार उन्मूलन की दिशा में कार्य किया जाएगा। जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों व सहयोगी संस्थानों की भी सहायता ली जाएगी।
विगत 10 साल में मिले 5316 कालाजार मरीजों का किया जा रहा है अनुश्रवण: वीडीसीओ
वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी (वीडीसीओ) अनुज कुमार ने बताया कि 2013 से जुलाई 2023 तक जिले में कालाजार के 5316 मरीजों की पुष्टि हुई। जिनमें अमनौर प्रखंड में कालाजार के 306 व पीकेडीएल के 37 मरीज मिले।
वहीं, बनियापुर में कालाजार के 453 व पीएलडीएल के 28, छपरा में कालाजार व पीकेडीएल के क्रमशः 180 व पांच मरीजों की पुष्टि हुई। दरियापुर में 641 कालाजार और 66 पीकेडीएल मरीज मिले। इनके अलावा एकमा में 127 कालाजार व 27 पीकेडीएल, गड़खा में 704 कालाजार व 86 पीकेडीएल तथा इशुआपुर में कालाजार के 192 व पीकेडीएल के 21 मरीजों की पुष्टि की गई। जलालपुर प्रखंड में कालाजार के 103 व पीकेडीएल के पांच मरीज मिले।
लहलादपुर में 148 कालाजार के मरीज व 16 पीकेडीएल, मकेर में 121 कालाजार व 16 पीकेडीएल, मांझी में 149 कालाजार व 11 पीकेडीएल, महरौरा में कालाजार के 388 व पीकेडीएल के 41, मशरख में 270 कालाजार के मरीज व 28 पीकेडीएल के मामले सामने आए। साथ ही, नगरा में 212 कालाजार व 28 पीकेडीएल, पानापुर में 155 कालाजार व 12 पीकेडीएल, परसा में कालाजार के 337 व पीकेडीएल के 40, रिविलगंज में कालाजार के 105 व पीकेडीएल के 12, सोनपुर में कालाजार के 390 व पीकेडीएल के 49 तथा तरैया में कालाजार के 219 व कालाजार के 16 मरीजों की पुष्टि की गई है।
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