बिहार न्यूज़ लाईव मुंगेर डेस्क: निरंजन कुमार की रिपोर्ट. / तुझे दीप कहूं या चंदा तुझे चांद कहूं या तारा मेरा नाम करेगा रौशन जग में मेरा राज दुलारा…, फिल्म एक फूल दो माली का इस गाना को सत्य साबित कर दी मनीषा रानी की कठिन परिश्रम. 2 मार्च को मुंबई में आयोजित झलक दिखला जा कार्यक्रम में मनीषा रानी बिहार का नाम रौशन किया. मालूम हो कि मुंबई में आयोजित झलक दिखला जा प्रोग्राम विगत 3 माह से विभिन्न स्पर्धाओं के दौड़ से मुकाम को हासिल कर मनीषा रानी लगभग 2 करोड़ वोट अपने पक्ष में समेट कर विजय प्राप्ति की. इससे पूर्व मनीषा सलमान खान का प्रोग्राम बिग बॉस में भी अपने प्रतिभा का जलवा दिखाई जिसमें उसने तीसरा स्थान प्राप्त कर बिहार का नाम रोशन किया.
मनीषा उस युवतियां के लिए प्रेरणा स्वरूप है जिसका सपना घर के चार दिवारी के बीच सिमट कर समाप्त हो जाता है मध्यम परिवार की मनीषा को मुकाम हासिल करने में काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा मनीषा के पिता शादीपुर निवासी मनोज कुमार चंडी बताते हैं की बेटी की सफलता उनके लिए एक सपना के समान है. कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती है इसी सिद्धांत को मनीषा ने अपने जीवन में अनुसरण किया मनीषा के पिता बताते हैं कि मनीषा बचपन से ही चुलबुली विचार की थी डांस के प्रति उसका लगाव था लेकिन संसाधन के अभाव में पिता मनीषा की इच्छा को पूरा नहीं कर सकते गरीबों के आलम में मनीषा का लक्ष्य डूबा नहीं बल्कि और कठिन रूप लेते चला गया मनीषा कोलकाता में अपने रिश्तेदार के यहां जाकर डांस सीखने और सीखाने का कार्य करती थी वहीं से मनीषा को आगे बढ़ने का रास्ता मिला जिसका परिणाम है कि मनीषा झलक दिखला जा जैसे कार्यक्रम में सफलता अर्जित की है.
मनीषा को डांस इंडिया में प्रवेश के लिए 24 घंटा लाइन में खड़ा रहना पड़ा था इस परिश्रम का परिणाम उसे बेहतर पहचान दिया है. विजय ट्रॉफी के साथ 30 लाख रुपए की राशि भी उसे दी गई.इंस्टाग्राम में 12 मिलियन फॉलोअर और यूट्यूब में 4 मिलियन फॉलोअर मनीषा का है.
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