स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजनाओं के तहत आमी मंदिर का विकास, प्रधानमंत्री आज करेंगे शिलान्यास
• आमी के आदिशक्ति मंदिर में आधुनिक पर्यटन सुविधा के विकास हेतु सांसद ने तिरूपति में की थी बैठक
• पर्यटन समिति और प्राक्कलन समिति की बैठक में रुडी ने दिया था प्रस्ताव
• 16वीं और 17वीं लोकसभा में भी सदन में रखा था प्रस्ताव
• रुडी ने कहा, तिरूपति मंदिर के तर्ज पर आमी मंदिर का होगा विकास
• बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के निर्माण, समग्र आध्यात्मिक अनुभव की गुणवत्ता में सुधार
• परियोजना के पहले चरण में शामिल बिहार का पहला मंदिर होगा आमी का आदिशक्ति मंदिर
• सांसद ने कहा, अगले चरण में सोनपुर में बाबा हरिहरनाथ मंदिर भी शामील होगा स्वदेश दर्शन योजना में
• सांसद रुडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जताया आभार
बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: छपरा कार्यालय।आमी मंदिर पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के निर्माण और उनके समग्र आध्यात्मिक अनुभव की गुणवत्ता में सुधार, के प्रयास स्वरूप स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना के तहत परियोजना कार्यान्वित हो रही है। इस संदर्भ में स्थानीय सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने कहा कि आदिशक्ति दुर्गा के मिट्टी पींड स्वरूप की आराधना हजारों वर्षों से सारण के दिघवारा प्रखंड अंतर्गत गंगा के पावन तट पर आमी में होता रहा है। तिरूपती मंदिर के तर्ज पर मंदिर का विकास और पर्यटकों की सुविधा के लिए केंद्र सरकार ने 12.26 करोड की राशि का आवंटन किया है। योजना का शिलान्यास गुरूवार को प्रधानमंत्री आॅनलाईन करेंगे।
सांसद रुडी ने बताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश को सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ाने के लिए न केवल संकल्पित है, तदनुरूप योजनाओं परियोजनाओं को निरंतर कार्यान्वित भी कर रही है। इसी के संदर्भ में सारण के प्राचीन मंदिर को पर्यटकों की सुविधा के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूर्व में हमारे द्वारा केंद्र सरकार से आग्रह किया गया था। इसका प्रतिफल यह मिला कि प्रधानमंत्री ने स्वयं इसपर रुची लेते हुए इसके शिलान्यास कल कर रहे हे।
विदित हो कि श्री रुडी ने प्राचीन गं्रथों में वर्णित हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला और आमी में आदिशक्ति मंदिर में आधुनिक पर्यटन सुविधा के विकास के लिए 16वीं लोकसभा के बाद 17वी लोकसभा में भी प्रस्ताव सदन में रखा था।
श्री रुडी की पहल पर तत्कालीन पर्यटन मंत्री ने अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया भी दी थी। इसके बाद हाल ही में प्राक्कलन समिति और पर्यटन मंत्रालय के संसदीय समिति में सांसद तिरूपति भी गये थे जहां की बैठक में आमी मंदिर को तिरूपति मंदिर के तर्ज पर विकसित करने का निर्णय हुआ था और उसके लिए 12.26 करोड़ की राशि मंजूर की गई थी
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