बिहार न्यूज़ लाइव सिवान डेस्क दरौली(सिवान)। दोन के कर्मयोगी स्वर्गीय कुमार बिहारी पांडेय ने न सिर्फ शिक्षा के महत्व को बताया अपितु यह भी बताया कि हुनर ही जिंदगी को सार्थकता प्रदान कर सकता है। उन्होंने पर्यावरण और कृषि के महत्व के प्रति भी सचेत किया। कर्म के प्रति सच्ची निष्ठा ही हो सकती है दोन के कर्मयोगी स्वर्गीय कुमार बिहारी पांडेय के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि। ये बातें शिक्षाविद् डॉक्टर गणेश दत्त पाठक ने गुरुवार को दोन के सुनीता विद्यानगरी में जे आर कॉन्वेंट स्कूल के प्रांगण में स्वर्गीय कुमार बिहारी पांडेय की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कही।
गुरुवार को दोन के जे आर कॉन्वेंट स्कूल के प्रांगण में कर्म-योगी कुमार बिहारी पांडेय की 88वीं जयंती फाउंडर -डे के रुप में समारोह पूर्वक मनाई गई। उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि डा. राजन कल्याण सिंह, डा. गणेश दत्त पाठक , राजकेश्वर भारती, विरेन्द्र तिवारी, के मौजूदगी मे समारोह को संबोधित करते हुए विद्यालय के संरक्षक व निदेशक संजय कुमार बिहारी पांडेय ने वर्चुअल संबोधन मे कहा कि कर्म के बिना कुछ भी संभव नहीं है, जो कर्म के प्रति समर्पित हो जाते हैं, उनका जीवन सुखमय हो जाता है।
कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों को पुष्प गुच्छ व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय के बच्चों द्वारा अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत गायन किया गया। इस अवसर पर भुवनेश्वर पांडेय, संजय पाठक, सामाजिक कार्यकर्ता अमित सिंह, प्रबंधक अनीश पांडेय, प्राचार्य चंद्रशेखर नायक, हितेश चौबे, वीपी वर्मा, प्रियंकर श्रीवास्तव सहित सभी शिक्षक व छात्र उपस्थित थे।
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