बड़े शौक से सुन रहा था जमाना, तुम ही सो गए दास्तां कहते-कहते ,प्रसिद्ध समाजसेवी दीनानाथ सिंह उर्फ मास्टर साहब का निधन, पंचतत्व में हुए विलीन
बड़े शौक से सुन रहा था जमाना, तुम ही सो गए दास्तां कहते-कहते
प्रसिद्ध समाजसेवी मास्टर साहब का निधन, पंचतत्व में हुए विलीन
समृद्ध संस्कारों की प्रयोगशाला दीनानाथ सिंह उर्फ मास्टर साहब का निधन
एक शलाका सरल व्यक्ति, जो जीते जी बन चुके थे किवदंती महामानव
सिवान: सारण प्रमंडल क्षेत्र के जाने-माने समाजसेवी व सिवान के प्रसिद्ध साधु परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य दीनानाथ सिंह उर्फ मास्टर साहब का सोमवार की सुबह निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मास्टर साहब अपने जीवन में लगभग 91 बसंत देख चुके थे।वे अपने पीछे एक भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
उल्लेखनीय है कि मास्टर साहब शहर के सुप्रसिद्ध सामाजिक, व्यावसायिक व राजनैतिक परिवार साधु परिवार के मुखिया थे।शहर के छोटे से लेकर बड़े और सज्जन से लेकर बाहुबली भी बड़े आदर के साथ मास्टर साहब के नाम से पुकारते थे। उन्होंने अपना जिंदगी काफी सरलता से जिया और आम आदमी की तरह आज भी अपनी यात्रा पैदल ही करते थे। समृद्ध संस्कारों की प्रयोगशाला थे मास्टर साहब ,एक शलाका सरल व्यक्ति, जो सभी के लिए जीते जी बन चुके थे किवदंती महामानव
बताते चलें कि स्वर्गीय लाल बाबू सिंह एवं स्वर्गीय पाल सिंह उनके पुत्र थे। दारौंदा के वर्तमान विधायक कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास मास्टर साहब के भतीजा है, वहीं सिवान नगर परिषद् के वार्ड नंबर 14 के वर्तमान वार्ड पार्षद आलोक कुमार सिंह उनके पोता हैं। वहीं प्रसिद्ध व्यवसायी बबलू सिंह उनके भतीजा हैं। सिवान भाजपा अधिवक्ता प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पंकज कुमार सिंह उनके नाती हैं।
गौरतलब हो कि मास्टर साहब सिवान नगर परिषद् क्षेत्र के फतेहपुर से लगातार पांच दशक तक निर्विरोध पार्षद रहें हैं। इनके द्वारा स्वैच्छिक रूप से दैनिक राजनीति से अवकाश लेने के बाद इनके परिवार के सदस्य ही फतेहपुर से लगातार पार्षद हैं।
सोमवार को शहर के कंधवारा मुक्ति धाम में मास्टर साहब का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।इस मौके पर उनके परिवार से संतोष सिंह,विकाश सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में जिले के सामाजिक कार्यकर्ता, व्यवसायी व विभिन्न दलों के राजनैतिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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