बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: माँझी। माँझी थाना क्षेत्र के महुई गांव निवासी व पश्चिम बंगाल में तैनात 102 बटालियन बीएसएफ के एएसआई सुरेंद्र प्रसाद ठाकुर की सोमवार को इलाज के दौरान निधन हो गया। मंगलवार को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से शव लेकर मृतक के गांव पहुँचे बीएसएफ के प्रतिनियुक्त पदाधिकारी ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात उक्त पदाधिकारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहाँ इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। स्व ठाकुर के निधन के बाद तिरंगे में लिपटे शव को उनके पैतृक गांव लाया गया। शव के पहुँचते ही परिजनों के रूदन क्रन्दन से वहाँ का माहौल गमगीन हो गया। शव यात्रा में शामिल सैकड़ों लोगों ने भारत माता की जय तथा सुरेन्द्र ठाकुर अमर रहे का जयघोष कर रहे थे। परिजनों ने बताया कि मृतक को तीन पुत्री व एक पुत्र है। जिसमे दो पुत्रियों की शादी हो चुकी है। मृतक मृदुभाषी व मिलनसार स्वभाव के थे। मृतक अभी कुछ ही दिन पहले अपने गाँव आये थे। छुट्टी में आने पर वे गांव के अलावा अपने रिस्तेदारों से मिल कर वापस आसनसोल गए थे। गांव के कुछ लोग यह भी नहीं जान सके थे कि वे छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर चले गए थे।
मंगलवार को सरयु नदी के किनारे स्थानीय ड्यूमाइगढ घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ मृतक जवान का दाह संस्कार सम्पन्न हो गया। मुखाग्नि उनके पुत्र विशाल कुमार ठाकुर ने दी। इससे पहले शव के साथ आये जवानों ने मातमी धुन बजाकर तथा फिर फायरिंग करके सशस्त्र सलामी दी।
सारण के एसपी ने घाट पर पहुँच कर मृतक को दी सलामी।
मृतक बीएसएफ के एएसआई को सारण के एसपी डॉ गौरव मंगला ने डुमाईगढ़ घाट पर पहुँच कर सलामी दी। उन्होंने मृतक के पुत्र को ढाढ़स बंधाया। उधर महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने मृतक के परिजनों से मिलकर उनसे बात की तथा सांत्वना दिया। शव के साथ आये बीएसएफ के अधिकारियों से सांसद ने भी घटना की जानकारी ली। मौके पर माँझी के थानाध्यक्ष अमित कुमार राम व अन्य पुलिस पदाधिकारी व पँचायत प्रतिनिधि तथा गणमान्य लोग मौजूद थे।