अजमेर: ब्रह्म सरोवर को महत्व दिया जाएं ना की ब्रह्मा मंदिर ,पद्म पुराण में ब्रह्म सरोवर का महत्व बताया
बिहार न्यूज़ लाईव पुष्कर /अजमेर डेस्क: (हरिप्रसाद शर्मा) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पूर्व तीर्थ पुरोहित समुदाय के शीर्ष नेतृत्व से संवाद कर तीर्थ के बारे और तीर्थ की समस्या के बारे में जानकारी ली ।
इस अवसर पर तीर्थ पुरोहितों ने जानकारी दी की धार्मिक ग्रंथों वेद पुराण में ब्रह्म सरोवर की ही पुष्कर तीर्थ के नाम से धार्मिक मान्यता है । ब्रह्मा मंदिर का पुराण शास्त्रों ने उल्लेख नहीं है । इसलिए पुष्कर के विकास के समय आदि अनादि तीर्थ ब्रह्म सरोवर को महत्व दिया जाए ना की मंदिर को ।
उल्लेखनीय है की कुछ वर्षो से सरकारी परंपरा बन गई है की पुष्कर विजिट के नाम पर विशिष्ठ अतिथियों को ब्रह्मा मंदिर के दर्शन कराकर इति श्री कर ली जाती है । जबकि तीर्थ के रूप में ब्रह्म सरोवर की धार्मिक मान्यता है ।
तीर्थ पुरिहितो ने पालिका अध्यक्ष कमल पाठक पर अपना पूर्ण समर्थन जताते कहा की तीर्थ पुरोहितों व राज्य सरकार में सीधा संवाद नहीं हो पाता है इसलिए पुष्कर तीर्थ के धार्मिक क्रिया कलापों व तीर्थ की मर्यादा आस्था पवित्रता के मसले पर पाठक को तीर्थ पुरोहित व राज्य सरकार के बीच का माध्यम के रूप में अधिकृत प्रतिनिधि घोषित किया जाए । जिससे तीर्थ व तीर्थ पुरोहितों की समस्या के लिए पाठक के माध्यम से सीधा संबध कायम हो सके ।
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