बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: परसा:-चैती छठ को लेकर छठ घाटों पर आस्था व श्रद्धा का भाव दिखा।रविवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य की उपासना के लिए लोग घाट पर उमड़ पड़े। वही कार्यपालक अभियंता सत्येंद्र पाठक,थानाध्यक्ष सुनील कुमार, एसआई प्रमोद कुमार गुप्ता पुलिस बल के साथ तैनात दिखे । मारर भलवहिया,अन्याय बनकेरवा,परसौना,अंजनी, पचरूखी ,चांदपुरा, भेलदी,बहलोलपुर,बालिगाव, बनौता, सगुनी, आदि छठी घाट पर श्रद्धा व भक्ति के इस संगम से माहौल में भक्ति का रस घुला रहा। उदीयमान भास्कर को अर्घ्य दिए जाने के साथ ही सोमवार को चार दिनों तक चलने वाले इस व्रत का समापन हो जाएगा।रविवार की शाम समूह में छठ गीत गाती महिलाओं का उत्साह देखने लायक था।शाम साढ़े चार बजे से ही महिलाएं घाट पर पहुंचने लगी। घाट पर आने के बाद महिलाओं ने छठी मईया की पूजा अर्चना की तथा घाट पर गहरे पानी में उतरकार भागवान भास्कर के अस्त होने का इंतजार करने लगी। भगवान सूर्य के अस्त होने के समय महिलाओं ने अर्घ्य अर्पित किया। छठ घाटों पर व्रत धारण करने वाली महिलाओं व पुरुषों का जमावड़ा लगा रहा।पूरे जिले में छठी मइया की धूम मची रही। इस दौरान महिलाओं द्वारा गाए जा रहे छठी मइया के गीतों से माहौल पूरी तरह से भक्तिमय रहा।पर्व को लेकर तालाब व नदियों के किनारे रंग बिरंगे बेदी के समीप बैठी व्रती महिलाएं समूह में गीत गाकर सूर्य की उपासना में लगी रहीं। मान्यता व पौराणिक कथाओं के अनुसार सूर्य षष्ठी की उपासना का अलग महत्व है। पुत्र की रक्षा, उन्नति एवं सुख व शांति के लिए माताएं अस्ताचल व उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत को पूरा करती हैं। रविवार की शाम छठ घाट पर आलम यह था कि घाट पर खड़ा होने व बैठने के लिए स्थान का अभाव पड़ गया।हरेक घाट पर व्रती महिलाओं के सहयोग के लिए स्थानीय समितियों के लोग सक्रिय दिखे। छठ महापर्व पर शनिवार को खरना करने के बाद महिलाएं निर्जला व्रत धारण कर रविवार की शाम पहला अर्घ्य अर्पित किया।
घरों में हुआ कोसी पूजन
रविवार की शाम अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिए जाने के बाद महिलाओं ने घरों में कोसी का पूजन किया। पूरी रात महिलाओं ने अपने घर में बेदी बनाकर छठी मइया की पूजा अर्चना की।इस बीच घरों में भी छठी मईया के गीत के कारण माहौल पूरी तरह से भक्तिमय बना रहा।
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